12 April 2019

4116 - 4120 मंजिल रास्ता कदम सवाल जबाब कहानी लब नाज प्यास वक्त मंजिल शायरी


4116
ना जाने कौन बन गया,
मंजिल उनकी...
हम रास्तोंकी तरह उनके,
कदमोंमें रह गये.......

4117
सवाल कुछ भी हो,
जबाब तुम ही हो...
रास्ता कोई भी हो,
मंजिल तुम ही हो...!

4118
हर शाम कह जाती हैं एक कहानी,
हर सुबह ले आती हैं एक नई कहानी;
रास्ते तो बदलते हैं हर दिन लेकिन,
मंजिल रह जाती हैं वहीं पुरानी...!

4119
जिंदगीका रास्ता,
बना बनाया नहीं मिलता;
जिसने जैसा रास्ता बनाया,
उसे वैसी मंजिल मिली...!

4120
बहुत ही नाजोसे चूमा उसने,
लबोंको मेरे मरते क्त;
कहने लगे मंजिल आखिरी हैं,
रास्तेमें कहीं प्यास ना लग जाये...!!!

4111 - 4115 इंतजार मेहबूब रिश्ता उदास रूख़सार पलकें वक्त बरसात याद पल यार हाल शायरी


4111
छलकता हैं नूर,
गुलाबी गालोंपे तेरा इस कदर...
रूख़सार देख,
गुस्ताख ये पलकें झपकती ही नहीं...!

4112
भिगी बारीशमे भिगिसी याद हैं l
भिगी पलकों तले छुपी बरसात हैं ll

4113
खुशनसीब हैं वो माशूका,
जिसकी इंतजारमें मेहबूब जो जागे...
हमारे ऐसे भाग कहां,
पलकोंपें किसीके हम रहे जो सदा...!

4114
वक्त कहता हैं,
मैं फिर आऊँगा;
मुझे खुद नहीं पता,
तुझे हसाऊँगा या रुलाऊँगा;
जीना हैं तो इस पलको जी ले,
             क्योंकि...
मैं किसी भी हालमें इस पलको,
अगले पल तक रोक पाऊँगा...

4115
कोई यार ऐसा बनाया जाए,
जिसके आंसू पलकोंमें छुपाया जाएँ,
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसा की...
अगर वो रहे उदास तो,
मुझसे भी मुस्कुराया ना जाए...

11 April 2019

4106 - 4110 सुकून दफ़न दर्द बंजर जिंदगी जख्म आँखो प्यास पलकें याद शायरी


4106
खाली पलकें झुका देनेसे,
नींद नही आती हैं जनाब...
सोते वो लोग हैं जिनके पास,
किसीकी यादें नहीं होती...!

4107
तुम आँखोकी,
पलकोंसी हो गई हो...
के मिले बिना,
सुकून ही नही आता...!

4108
अच्छा हैं आँखोंपर,
पलकोंका कफन हैं...
वरना तो इन आँखोंमें,
बहुत कुछ दफ़न हैं...!

4109
बहुतसा पानी छुपाया हैं,
मैने अपनी पलकोंमें...
जिंदगी लम्बी बहुत हैं,
क्या पता कब प्यास लग जाए...

4110
पलकोंके किनारे,
दर्द बंजरसे पड़ा हैं;
कोई ऐसा जख्म दो आज,
फिर हमें जी भरके रोना हैं...

10 April 2019

4101 - 4105 दिल ज़िन्दगी हवा पल महक वहम साथ रिश्ते होंठ शायरी


4101
रब करे मेहर,
मैं हवा बन जाऊँ...
छू लूँ तुझे,
पलभरमें महक जाऊँ...!

4102
उड़ रही हैं,
पल पल ज़िन्दगी रेतसी;
और हमको वहम हैं कि,
हम बडे हो रहे हैं...

4103
ज़िंदा हैं अब भी...
मेरी दिलमें वो सभी पल;
जो अब तक हमने,
साथमें गुज़ारे भी नहीं...!

4104
मिलते रहना सबसे,
किसी ना किसी बहानेसे...
रिश्ते मजबूत बनते हैं,
दो पल साथ बितानेसे...!

4105
एक प्यालेकी तरह,
मिली थी तुम हमसे...
होंठोंसे एक पलका लगाया और,
लत जिंदगीभरकी लग गई...!

8 April 2019

4096 - 4100 दुनिया पल सबर साँस वक्त ख्वाहिश जिंदगी दिल खुशियाँ ख्वाहिशों तोहफा शायरी


4096
सब कुछ मिला हैं हमको,
फिर भी सबर नहीं हैं...
बरसोंकी सोचते हैं,
पलकी ख़बर नहीं हैं.......

4097

एक साँस सबके हिस्सेसे,
हर पल घट जाती हैं l
कोई जी लेता हैं जिंदगी,
किसीकी कट जाती हैं ।।

4098
पल पल तरसते थे जिस पलके लिए,
वो पल भी आया एक पलके लिए...
सोचा था उस पलको रोक लूँ हर पलके लिए,
पर वो पल ना रुका एक पलके लिए ll

4099
दुनियाका सबसे अच्छा तोहफावक्त” हैं ,
क्योंकी, जब आप किसीको अपना वक्त देतें हैं l
तो आप उसे अपनीजिंदगीका वह पल देतें हैं,
जो कभी लौटकर नहीं आता ll

4100
छोटी छोटी खुशियाँ ही तो,
जीनेका सहारा बनती हैं 
ख्वाहिशोंका क्या वो तो,
पल पल बदलती हैं ।।

4091 - 4095 जिन्दगी अनकहे अनसुने आदत आशियाँ मौजुद दूरियाँ साथ मौत पल शायरी


4091
एक थमा हुआ हैं पल शायद,
कुछ अनकहे अनसुने जजबातोके लिए;
पलभरमें ही जी लेंगे वो पल,
शायद कुछ खास वादोके लिए...।

4092
हस्ती मिट जाती हैं, आशियाँ बनानेमें,
बहुत मुस्किल होती हैं अपनोको समझानेमें...
एक पलमें किसीको भुला ना देना,
जिन्दगी लग जाती हैं किसीको अपना बनानेमें...

4093
आदतसी हो गयी तुम्हारी,
नामौजुदगीकी... काश;
वो पल भेंट करू जिन्दगीको,
जो साथ बितांये थे.......!

4094
यूँ तो तेरे मेरे दरमियान हैं,
मीलोंकी दूरियाँ...
पर ऐसा कोई पल नहीं,
जिस पलमें तू मेरे साथ नहीं...!

4095
जिन्दगीको ज़िन्दगीभर,
मनाते रहे हम...
मौत आई और एक पलमें,
मना कर ले गई.......!

7 April 2019

4086 - 4090 मोहब्बत इश्क़ होठ वक़्त याद ख़याल तस्वीर इश्क़ हिसाब जिन्दगी पल शायरी


4086
खुबसूरतसा,
वो पल था;
पर क्या करें,
वो कल था...

4087
तकियेके नीचे दबाकर रखें हैं,
तुम्हारे ख़याल, एक तस्वीर,
बेपनाह इश्क़ और...
बहुत सारे पल.......!

4088
मेरे हिस्सेकी मोहब्बतका,
आज तू हिसाब कर दे...                              
दे दे कुछ पल जिंदगीके और,
मेरी जिंदगी लाजवाब कर दे...!

4089
हर पल हँसकर जिया करते है,
हर बात आपसे किया करते है,
खास हो हमारे लिए आप इसलिए,
हर पल आप ही को याद किया करते है

4090
रहकर उनसे दूर,
कुछ यूँ, वक़्त गुजारा मैंने;
ना होठ हिले... फिर भी,
उन्हे हर पल पुकारा मैंने...

5 April 2019

4081 - 4085 ज़िन्दगी आसान मज़बूत बेशक कुबूल कोशिश बेहतर वक़्त गुनाह माफ़ी शायरी


4081
कुछ इस तरह मैंने,
अपनी ज़िन्दगीको आसान कर दिया...
किसीसे माफ़ी मांग ली और,
किसीको माफ़ कर दिया.......!

4082
माफ़ी वही दे सकता हैं,
जो अंदरसे मज़बूत हो;
खोखले इंसान सिर्फ बदलेकी आगमें,
जलते रहते हैं...

4083
छलमें बेशक बल हैं,
माफ़ी आज भी हल हैं.......!

4084
जब भी जिंदगी रुलाये,
समझना गुनाह माफ़ हो गये...
और जब भी जिंदगी हँसाये,
समझना दुआ कुबूल हो गयी...!

4085
तुझको बेहतर बनानेकी कोशिशमें,
तुझे वक़्त ही नहीं दे पा रहे हम;
माफ़ करना ज़िंदगी,
तुझे जी नहीं पा रहे हम.......!

4 April 2019

4076 - 4080 ख़ुदगर्ज़ तलब शिद्दत प्यास लफ्ज मसरूफ़ याद मुद्दत बिखर शिद्दत शायरी


4076
ख़ुदगर्ज़ बना देती हैं,
तलबकी शिद्दत भी;
प्यासेको कोई दूसरा,
प्यासा नहीं लगता...

4077
सारे मसरूफ़ हैं यहाँ,
दूसरोंकी कहानियाँ जाननेमें...
इतनी शिद्दतसे ख़ुदको,
अगर पढ़ते, तो ख़ुद़ा हो जाते...!

4078
मेरे लफ्जोको,
इतनी शिद्दतसे ना पढा करो;
कुछ याद रह गया तो,
हमे भूल नही पाओगे...!

4079
टूटकर बिखरना भी हमारा,
बहुत लाजमी था... 
शिद्दतसे दिल तोड़ा उसने,
शिद्दतसे चाहनेके बाद...

4080
जिसे शिद्दतसे चाहो,
वो मुद्दतसे मिलता हैं...
बस मुद्दतसे ही नहीं मिला,
कोई शिद्दतसे चाहने वाला...

3 April 2019

4071 - 4075 प्यार मोहब्बत नफरत ज़ख़्म ग़म मलाल बेवकूफ शिद्दत शायरी


4071
आप तो नफरत भी ना,
निभा पायेंगे मुझसे...
जितनी शिद्दतसे,
आपका प्यार निभाया हैं मैंने...!

4072
ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो,
दर्दकी शिद्दत तुम,
दर्द तो दर्द होता हैं...
थोड़ा क्या और ज्यादा क्या...

4073
रहे कुछ मलाल,
बड़ी शिद्दतसे कीजिये...
नफरत भी कीजिये तो,
ज़रा मोहब्बतसे कीजिये...!

4074
क्यों आज ग़मोंको,
बेवकूफ बनाया जाये...
दर्द कितना भी हो,
शिद्दतसे मुस्कुराया जाये...!

4075
हो शिद्दतसे मोहब्बत,
तो बहाना क्या...
करनी हो अम्ल--मोहब्बत,
तो पास के लौटना क्या...?