24 July 2016

421 यकीन सच मायने झूठ शायरी


421

Zooth, The False

झूठ अगर यह हैं;
कि तुम मेरे हो,
तो यकीन मानो,
मेरे लिए,
सच कोई मायने नहीं रखता...

If this is False that,
You are Mine;
Believe me,
For me 
Truth doesn't matter...

22 July 2016

419 मंज़िल रास्ता डर नज़दीक फासला हौसला शायरी


419

Hosnsala, Courage

डर मुझे भी लगा फासला देखकर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देखकर,
खुद खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौसला देखकर…..!!!

I was also scared by viewing the Distance,
Though I stepped ahead watching Path,
Own and own the Destiny came to me,
By watching my Courage.....!!!

420 जिंदगी रात सुबह शाम ख्वाहिश शर्त तजुर्बा शायरी


420

Tajurba, Experience

"मैं हर रात सारी ख्वाहिशोंको,
खुदसे पहले सुला देता हूँ l
मगर, हर सुबह,
ये मुझसे पहले जाग जाती हैं l
जिंदगीकी हर सुबह,
एक नयी शर्त लेके आती हैं और...
हर शाम जिंदगीका,
एक नया तजुर्बा दे कर जाती हैं !"

"Every Night I make asleep,
My Desires before me.
Though in the Morning,
They wake up before me.
Life's every Morning,
Attends with new condition And...
Every Evening  Delivers,
New Experience of Life !"

418 ज़िन्दगी लफ़्ज़ डर मुकर लिखूं पुराने ज़ख्म शायरी


418

Jakhm, Wound

डरता हूँ क्या लिखूंगा आज,
लफ़्ज़ बाहर आनेसे मुकर गए हैं...
ज़िन्दगी कोई नया ज़ख्म दे मुझे,
पुराने तो शायद सब भर गए हैं !!!

I am afraid that what I will Write today,
Words have refused to represent...
My Life give me a new Wound,
May be older are recovered !!!

417 उम्र सोच सवाँर पत्थर तराश किस्मत शायरी


417

Kismat, Luck

शायद कोई तराशकर,
किस्मत सवाँर दे,
ये सोचकर हम उम्रभर,
पत्थर बने रहें...

May somebody Carve and,
Offer my Luck,
Thinking this for Lifetime,
I remained Gravel...

416 उम्र सोच सवाँर पत्थर तराश किस्मत शायरी


416

Sharafat, Decency

कुछ तो शराफत सीख ले,
ऐ मोहब्बत, शराबसे...
बोतलपें कमसे कम लिखा तो हैं,
कि " मैं जानलेवा हूँ " l

Learn some Decency,
Oh Love, from Wine...
At least its written on the Bottle,
That " I am Lethal ".

21 July 2016

415 अक्सर देख रूठ दूर छोड़ मुड़ चल साथ शायरी


415

Saath, Accompany

छोड़ दो मुड़कर देखना उन्हे,
जो दूर जाया करते हैं,
जिनको साथ नहीं चलना,
वो अक्सर रूठ जाया करते हैं...

Leave Looking Back for those,
Who are going Far Away,
The one not accompanying,
Are often Agitated...

414 अक्सर देख रूठ दूर छोड़ मुड़ चल साथ शायरी


414

Takalif, Uneasiness

मौत सिर्फ नामसे बदनाम हैं...
वरना तकलीफ तो,
जिन्दगी हीं ज्यादा देती हैं......

Death is Disgraced by name only...
Otherwise Uneasiness,
Is more is offered with Life only......

413 दिल तकदीर चाह दोस्त ढल बदल फिसल संभल विश्वास शायरी


413

Vishwas, Trust

तकदीरने जैसे चाहा वैसे ढल गए हम,
बहोत संभलकर चले फिर भी फिसल गए हम,
किसीने विश्वास तोडा तो किसीने दिल,
और दोस्तोंको लगा की बदल गए हम...

I got moulded as per my Fate,
Even after precaution I slipped away,
Some broke Faith, others Broke Heart,
And friends thought, I have changed...

411 मुस्कान चाह हस बचपन तन्हाई तमीज़ शायरी


411

Tameej, Manners

बचपनमें जब चाहा हस लेते थे...
जहाँ चाहा वहां रो सकते थे...
अब मुस्कानको तमीज़ चाहिए...
और अश्कोंको तन्हाई.....

Whenever wished we laughed in Childhood...
Wherever wished we Cried...
Now Smile requires Manners...
And  Loneliness for Weeps.....

412 चाँद रौशनी अच्छे आशियाने मंजर याद टूट उदासी शायरी


412

Udasi, Melancholy

हर एक मंजरपर उदासी छायी हैं,
चाँदकी रौशनीमें भी कमी आई हैं,
अकेले अच्छे थे हम अपने आशियानेमें...
ना जाने क्यों टूटकर फिर आपकी याद आई हैं l

On every turn there is a Melancholy,
Shortened the Glare of Moon,
I was better in my home Alone,
Don't know why You are on my mind desperately.

20 July 2016

409 बय़ाँ थक हुस्न शायरी


409

Shayari, Concerto

उनका हुस्न,
बय़ाँ हो सका...
हम थक गए,
शायरी करते करते.....

Her Beauty,
Could not be Expressed...
I got annoyed,
Arranging Concerto .....

410 मुस्कान रोते याद असर शायरी


410

Asar, Effect

बस इतनासा असर होगा,
हमारी यादोंका,
कि कभी कभी तुम,
रोते रोतेभी मुस्कुराओगे...

There will be only Effect
Of my Memory,
Sometimes you will 
Smile while Crying...

407 फर्क लोग कमा बदनाम नाम शायरी


407

Naam, Honour

"नाम" और "बदनाममें,
क्या फर्क हैं ?
"नाम" खुद कमाना पड़ता हैं ,
 और "बदनामी",
लोग आपको कमाके देते हैं !

'Honor' and 'Dishonor'
What makes Difference ?
Honor is to be Earned,
And people make you
Earn Dishonor !

408 पास जेब सिक्के नोट मज़े भीग बारिश तलाश छत शायरी


408

Chat, Shelter

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे,
वो मज़ेसे भीगते रहे बारिशमें...
जिनके जेबमें नोट थे,
वो छत तलाशते रह गए...

Those had only coins,
Were enjoying Rain shower...
Those having Currency notes in pocket,
Were searching Shelter...

406 चाँद पागल अँधेरे नुमाइश खलल धीरे तारा धडकन इबादत शायरी


406

Ebadat, Worship

चाँद पागल हैं अँधेरेमें निकल पड़ता हैं,
रोज तारोंकी नुमाइशमें खलल पड़ता हैं,
उनकी याद आई हैं साँसे जरा धीरे चलो ,
धडकनोंसे भी इबादतमें खलल पड़ता हैं l

Moon is Crazy who comes out in the Darkness,
It disrupts Exhibition of Stars Everyday,
Breaths, just go slowly She is on my mind,
Worship is disrupted because of Heartbeats.

19 July 2016

405 रिश्ते निभा बड़ा नाज़ुक हुनर अक्सर नर्म लफ़्ज़ इबादत चोट शायरी


405

Chot, Hurts

नर्म लफ़्ज़ोंसे भी,
लग जाती हैं चोटें अक्सर,
रिश्ते निभाना,
बड़ा नाज़ुकसा हुनर होता हैं...

Soft Words even,
Hurts often,
Maintaining Relationships,
Its a Delicate Skill...

404 ज़िन्दगी लम्हा अच्छे यादें कोशिश शायरी


404

Koshish, Try

कोशिश करो कि ज़िन्दगीका,
हर लम्हा अच्छेसे अच्छा गुजरे;
क्योंकि...
ज़िन्दगी नहीं रहती पर,
अच्छी यादें हमेशा ज़िन्दा रहती हैं l

Try to spend,
Each and Every moment at the Best;
Because...
Life is not Lasting,
Good Memories are Ever lasting.

402 पहचान भूला बेहोशी शायरी


402

Behoshi, Unconscious

आप बेहोशीमें,
में पहचान नहीं पाते...
एक हम हैं की,
बेहोशीमें ही आपको भूला नहीं पाते...!

With all the Senses,
You didn't Recognize me...
I am the one,
Who can not forget you even in the,
Unconscious state...

403 दिल उलझ सवाल डर तन्हाई बिखर चाहत शायरी


403

Chahat, Desire

कुछ उलझे सवालोंसे डरता हैं दिल,
जाने क्यों तन्हाईमें बिखरता हैं दिल,
किसीको पानेकी अब कोई चाहत रहीं,
बस कुछ अपनोंको खोनेसे डरता हैं ये दिल...

I am scared with scary questions,
Why my Heart is Scared in Loneliness,
Now there is no desire of having someone,
Only afraid of Loosing Loved Once...