19 July 2016

405 रिश्ते निभा बड़ा नाज़ुक हुनर अक्सर नर्म लफ़्ज़ इबादत चोट शायरी


405

Chot, Hurts

नर्म लफ़्ज़ोंसे भी,
लग जाती हैं चोटें अक्सर,
रिश्ते निभाना,
बड़ा नाज़ुकसा हुनर होता हैं...

Soft Words even,
Hurts often,
Maintaining Relationships,
Its a Delicate Skill...

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