16 July 2016

392 जिंदगी रास्ते थम खत्म सफर मंजिल ख्वाहिश फुरसत दिल शायरी


392

Khwahishe, Desires

रास्ते कहाँ खत्म होते हैं,
जिंदगीके इस सफरमें...
मंजिल तो वही हैं,
जहाँ ख्वाहिशें थम जायें।

Where the Ways are Finished,
In the Journey of Life...
Destination is that,
Where Desires are Subsided l

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