18 July 2016

400 दुआएँ मिल रूपये शहर चौराहे महंगाई शायरी


400

Mahengai, Inflation

कैसे कह दूं, की महंगाई बहुत हैं...
मेरे शहरके चौराहेपर,
आज भी एक रूपयेमें,
कई दुआएँ मिलती हैं l

How do I Claim that Inflation is more...
On the Square of my Town,
Today also in One Rupee,
You get Lots of Blessings.

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