22 July 2016

417 उम्र सोच सवाँर पत्थर तराश किस्मत शायरी


417

Kismat, Luck

शायद कोई तराशकर,
किस्मत सवाँर दे,
ये सोचकर हम उम्रभर,
पत्थर बने रहें...

May somebody Carve and,
Offer my Luck,
Thinking this for Lifetime,
I remained Gravel...

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