28 July 2016

442 दिल यादें दर्द ख्वाहिश नाम प्यार पैगाम इलज़ाम शायरी


442


442

Elzam, Blame

दिलकी ख्वाहिशको नाम क्या दूँ;
प्यारका उसे पैगाम क्या दूँ;
इस दिलमें दर्द नहीं उसकी यादें हैं;
अब यादें ही दर्द दें;
तो उसे इलज़ाम क्या दूँ...!

What should Name be given to Aspirations of Heart;
What Message of Love to be send to Her;
There is no pain in Heart but Her Memories;
Now if memories initiates Pains;
How She would be Blamed...!

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