4 February 2017

924 प्यार मदहोश आलम याद बेवफ़ा बदनाम धूल चेहरे बरस रोते आईना शायरी


924

आईना, Mirror

उसकी यादमें हम बरसों रोते रहें;
बेवफ़ा वो निकले बदनाम हम होते रहें;
प्यारमें मदहोशीका आलम तो देखिये;
धूल चेहरेपें थी और हम आईना साफ़ करते रहें...

May I continue to cry in her memory for years;
She turns out to be unfaithful and I continue to be disgraced;
Look at the state of intoxication in love;
There was dust on our faces and we kept cleaning the mirror...

923 याद करवटें दर्द झील लफ़्ज रोता खुश शायरी


923

लफ़्ज, Word

कहीं दर्दकी झीलें हैं,
तो कहीं यादों भरी करवटें...
उसे कहना मैं खुश तो हूँ,
मगर मेरा हर लफ़्ज रोता हैं.....!

Somewhere there are lakes of pain,
So, somewhere full of memories...
tell him, that I am happy,
But every word of mine makes me cry...!

922 घोंसला मशगूल उड़ने पंख भूल शायरी


922

पंख, Wings

घोंसला बनानेमें हम,
यूँ मशगूल हो गये...
उड़नेको पंख भी थे,
ये हम भूल ही गये...!!

In making a nest,
Got busy like this...
I had wings to fly,
We forgot also this...!!

921 जिंदगी लम्हें किताब साँस ख्वाब हिसाब जरुरतें ख्वाहिशे सवाल जवाब शायरी


921

जिंदगी, Life

लम्होंकी एक किताब हैं जिंदगी,
साँसों और ख्वाबोंका हिसाब हैं जिंदगी,
कुछ जरुरतें पुरी कुछ ख्वाहिशे अधुरी
इन्ही सवालोंका जवाब हैं जिंदगी।l

Life is a book of moments,
Life is a calculation of breaths and dreams,
Some needs are fulfilled, some wishes are unfulfilled
Life is the answer to these questions l

3 February 2017

920 रोशनी चेहरे आँख शायरी


920

रोशनी, Light

इतनी रोशनी हैं,
चेहरेमें उसके,
मेरी आँखोंके पतंगे,
वहीं उड़ते मिलते हैं।

There is so much of light,
In her face,
Butterflies in my eyes,
Found flying around her.

919 माँग भूल दुआ नाम शायरी


919

दुआ, Blessings

माँगना भूल जाऊँ तुम्हें,
हर नमाज़के बाद...,
इसलिये मैने तुम्हारा नाम,
दुआ रख दिया...!!!

Not to forget to ask for you,
After every namaz...,
That's why I named you,
Blessings...!!!

918 दिल मेहमान सुलतान सल्तनत शायरी


918

सल्तनत, Kingdom

किसने कहां, तू मेरे दिलमें,
मेहमान बनके आया कर...
ये तेरी सल्तनत हैं, जबभी आया कर,
सुलतान बनके आया कर…!

Who told you, In my heart,
Come as a guest...
This is your kingdom, whenever you come,
Come as a Queen...!

917 ज़रुरत चाह नफरत पुराने शायरी


917

नफरत, Hate

ज़रुरत हैं मुझे कुछ,
नए नफरत करनेवालोंकी,
पुरानेवाले तो अब,
चाहने लगे हैं मुझे…

I need something,
New haters,
Now the old ones,
Have started liking me…

916 लोग बदल उदासी संभल चेहरे झलक दर्द मुस्कुरा सीख शायरी


916

सीख, Learn

कुछ लोग कहते हैं, की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता, की संभल गया हूँ मैं l
उदासी आज भी मेरे चेहरेसे झलकती हैं, पर
अब दर्दमें भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं...ll

Some people say that I have changed,
They don't know that I have regained my composure.
Sadness is still visible on my face, but
Now I have learned to smile even in pain...ll

2 February 2017

915 आँख पलक झपकि चाहत पनाह सलाम शायरी


915

पनाह, Shelter

उन आँखोंकी झपकियोंको भी...
सौ दफा सलाम हैं...
दिल...
जिन आँखोंकी पलकोंके नीचे...
मेरी चाहत पनाह लेती हैं ...

Even the blinks of those eyes...
I salute a hundred times...
O heart...
Whose eyes under the eyelids...
My desires take a shelter...

914 मोहब्बत दीदार दौर अजब फलसफा वक्त थम इंतजार शायरी


914

फलसफा, Philosophy

अजब फलसफा हैं वक्तका,
मोहब्बतके दौरमें,
इंतजार-ए-मोहब्बतमें वक्त कटता नहीं...
दीदार-ए-मोहब्बतमें वक्त थमता नहीं...

Time is a strange philosophy,
In the times of love,
Time does not passes in waiting for love...
Time does not stop while seeing love...

913 ज़िन्दगी हकीकत इश्क ख़्वाब फरेब शायरी


913

हकिकत, Deception

तू हकिकत-ए-इश्क हैं,
या कोई फरेब...
ज़िन्दगीमें आती नहीं,
ख़्वाबोंसे जाती नहीं...

Are you a reality of love,
Or some deception...
Neither come in life,
Nor gos away from Dreams...

912 दिल मोहब्बत बात जमाना चेहरा शायरी


912

चेहरा, Face

दिलोंकी बात भले,
करता हो जमाना...
मगर मोहब्बत आज भी,
चेहरोंसे ही होती हैं...

Whatever about the heart,
The world talks about...
But love still exists,
It is through faces only...

911 दौर लफ़्ज़ पढ़ने शायरी


911

लफ़्ज़, Word

ये वो दौर हैं कि पढ़नेवालें...
हर लफ़्ज़को छूके देखते हैं...

These are the times when readers...
Every word is tested by touching...

31 December 2016

910 इश्क़ इनकार इक़रार लज़्जत शायरी


910

लज़्जत. Relish

इनकार जैसी लज़्जत…
इक़रार में कहां...
बढता हैं इश्क़...
उसकी ना-ना से. . .

Denial like relish…
Is where in acceptance...
Love grows...
Because of her No No. . .

909 मोहब्बत इश्क़ क़ीमत ज़रूरी शायरी


909

इश्क़ मोहब्बत, Love Affection

उसको भी हमसे मोहब्बत हो...
ज़रूरी तो नहीं,
इश्क़ ही इश्क़की क़ीमत हो...
ज़रूरी तो नहीं !

He must be in affection with me too...
It is not necessary,
The price of Love is to be Love,
Is not necessary!

908 दिल इजहार इकरार बेकरार शायरी


908

बेकरार, Desperate

ना कोई इजहार हैं,
ना कोई इकरार हैं,
फिर ना जाने क्यूँ ये दिल,
इतना बेकरार हैं...l

There are no expressions,
There is no acceptance,
Then I don't know why this heart,
So desperate...l

30 December 2016

907 दिल टूट क़ब्र संवार जिन्दा शायरी


907

टूटे दिल, Broken Hearts

फिर नहीं बसते वो दिल,
जो एक बार टूट जाएं ...
क़ब्रें कितना ही संवारों,
कोई जिन्दा नहीं होता ll

Those hearts don't recover,
Once broken...
No matter how much you decorate the graves,
no one is becomes alive.

906 ज़िन्दगी मोहब्बत शौक ख़ुदकुशी यार शायरी


906

ख़ुदकुशी, Suicide

शौक-ए-ख़ुदकुशी हैं,
ये भी यारों...
थक गए जो ज़िन्दगीसे,
वो मोहब्बत कर बैठे...!

Pleasure in Suicide,
This too friends...
Those who are tired of life,
They fell in love...!

29 December 2016

905 पालक बाजार नादान बच्चे सब्जी शायरी


905

जवाब, Answer

आज बाजारमें देखा ,
कुछ नादान बच्चे सब्जी बेच रहे थे !
मैने पूछा "पालक" हैं क्या ?
बच्चोंका जवाब सुनकर मेरा मन भर आया . . .
बोले "पालक" होते तो क्या सब्जी बेचते...?

Saw in the market today,
Some innocent children were selling vegetables!
I was asked what is "Palak" ?
I was surprised to hear the children's response...
They said, If "Palak" would have been there,
Would they have been selling vegetables...?

(Note: Spinach in English is "Palak" the name of vegetable in Hindi (Indian) language; also the other meaning of this word is "Parents". That is why this poem can not be translated word to word.)