3 February 2017

917 ज़रुरत चाह नफरत पुराने शायरी


917

नफरत, Hate

ज़रुरत हैं मुझे कुछ,
नए नफरत करनेवालोंकी,
पुरानेवाले तो अब,
चाहने लगे हैं मुझे…

I need something,
New haters,
Now the old ones,
Have started liking me…

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