3 February 2017

918 दिल मेहमान सुलतान सल्तनत शायरी


918

सल्तनत, Kingdom

किसने कहां, तू मेरे दिलमें,
मेहमान बनके आया कर...
ये तेरी सल्तनत हैं, जबभी आया कर,
सुलतान बनके आया कर…!

Who told you, In my heart,
Come as a guest...
This is your kingdom, whenever you come,
Come as a Queen...!

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