9 February 2017

945


आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन...
अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे...

944


है किस्मत हमारी आसमान में,
चमकते सितारे जैसी
लोग अपनी तमन्ना के लिए,
हमारे टूटने का इंतज़ार करते है

943


इश्क एक बात कहूँ बूरा तो नहीं मानोगे
बहुत राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले

942


जुबां खामोश,आँखों मे नमी होगी,
यही बस मेरी दस्तान--जिन्दगी होगी...
भरने को तो हर जख्म भर जाऐगा,
कैसे भरेगी वो जगह जहा तेरी कमी होगी...

941


उम्मीद न कर इस दुनिया मेँ
किसी से हमदर्दी की
बड़े प्यार से जख्म देते हैँ
शिद्दत से चाहने वाले!

8 February 2017

940


जो इस दुनियाँ में नहीं मिलते ,
वो फिर किस दुनियाँ में मिलेंगे जनाब...
बस यही सोचकर रब ने एक दुनियाँ बनायी ,
जिसे कहते हैं ख्वाब...!!! 

939


माना की उसके प्यार का
मालिक नहीं हूँ मैं ,
पर किरायेदार का भी कुछ
हक़ तो बनता हैं ॥

938


कितना समझाया दिल को कि तू प्यार ना कर;
किसी के लिए खुद को बेक़रार ना कर...
वो तेरे लिए नहीं है नादान;
पागल किसी और की अमानत का इंतज़ार ना कर

937


आँखें भिगोने लगी है
अब तेरी बातें...!
काश तुम अजनबी ही रहते...
तो अच्छा था...!!

936


साथ देना चाहते है आप की हर राह मे
जिंदगी जीना चाहते है आप की बाहों मे
बन जाना साँसे हमारी ओर कर देना एहसान इतना
जो हो हमारा प्यार सच्चा इस दुनिया मे

6 February 2017

935


कभी मुस्कुराती आँखें भी,
कर देती हैं कई दर्द बयां,
हर बात रो कर बताना ही
जरूरी नहीं होता…

934


तुम्हारा तो गुस्सा भी
इतना प्यारा है के...!!
दिल करता है दिन भर तुम्हे
तंग करते रहे...!!

933


मत पूछो ये इश्क कैसा होता है...
बस जो रुलाता है ना,
उसी के गले लगकर
रोने को जी चाहता हैं...

932

जब मुझे यकीन है
कि खुदा मेरे साथ है
तो इससे मुझे कोई फर्क नही पड़ता
कि कौन कौन मेरे खिलाफ है …

931


मिल सके आसानी से ,
उसकी ख्वाहिश किसे है?
ज़िद तो उसकी है ...
जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं...

930


इतना, आसान हूँ कि
हर किसी को समझ आ जाता हूँ ,
शायद तुमने ही ...
पन्ने छोड़ छोड़ कर पढ़ा है मुझे …!!

929


तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी
अजीब है "ए खुदा"
मोहब्बत उनको मिलती है...
जिन्हें करनी नहीं आती...!

928


हर मुलाक़ात पर वक़्त का तक़ाज़ा हुआ।
हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ।
सुनी थी सिर्फ ग़ज़लों में जुदाई कि बातें।
अब खुद पर बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ ll

927


काश फिर वो मिलने कि वजह मिल जाएँ,
साथ वो बिताया वो पल मिल जाये,
चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,
क्या पता खाव्बों मैं गुजरा हुआ कल मिल जाएँ…

926


मुझे कुछ हो गया तो,
इस दुनिया में कोई नहीं रोयेगा...
अगर तुझे कुछ हो गया तो,
पूरी दुनिया को रुलाऊंगा !