22 April 2017

1241 इश्क़ आँख आँसू ख्वाब दूर रुला एहसास शायरी


1241
आँसू निकल पड़े ख्वाबमें...
उसको दूर जाते देखकर,
आँख खुली तो एहसास हुआ...
इश्क़ सोते हुए भी रुलाता हैं !

1242 महक फ़िज़ा कलआज शहर शायरी


1242
कुछ तो महक रहा था,
फ़िज़ाओंमें... कलसे...
हमें आज मालूम हूआ,
के वो मेरे शहर आये थे...

21 April 2017

1240 जिंदगी इम्तिहान आसमान मुठ्ठी ज़मीन उड़ान शायरी


1240
जिंदगीकी असली उड़ान अभी बाकी हैं,
जिंदगीके कई इम्तिहान अभी बाकी हैं,
अभी तो नापी हैं मुठ्ठीभर ज़मीन आपने,
आगे अभी सारा आसमान बाकी हैं !

1238 दिल कोशिश याद चाहत फुर्सत बहाने लम्हे शायरी


1238
करिये तो कोशिश हमको याद करनेकी;
फुर्सतके लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे;
दिलमें अगर हैं, चाहत हमसे मिलने की;
बहाने मिलनेके खुद-ब-खुद बन जायेंगे।

1239 दुनियाँ गम फ़साना खुशियाँ ढूढ आशियाना वक़्त उदास मुस्कुराना शायरी


1239
गम न हो वहां, जहाँ हो फ़साना आपका,
खुशियाँ ढूढती रहें आशियाना आपका,
वो वक़्त ही न आये जब आप उदास हों,
ये दुनियाँ भुला न सके मुस्कुराना आपका !

1236 सुकून चौखट सर झुके भटक शायरी


1236
एक ही चौखटपर सर झुके,
तो सुकून मिलता हैं.....
भटक जाते हैं वो लोग,
जिनके हजारो खुदा होते हैं.......

1237 जिंदगी उसूल यार खातिर काँटे फूल कबूल कांच टुकडे शायरी


1237
अपनी जिंदगीके अलग उसूल हैं,
यारकी खातिर तो काँटे भी कबूल हैं,
हंसकर चल दूं कांचके टुकड़ोंपर भी,
अगर यार कहे, यहें मेरे बिछाए हुए फूल हैं !

20 April 2017

1235 दिल आँखे आईना बात जुबा नादान बयाँ शायरी


1235
आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिलका आईना हैं...
जो बात आप जुबासे छुपाते हो...
वो ये नादान... बयाँ करता हैं !!!

1234 होश पहचान नाम शायरी


1234
तू होशमें थी फिरभी...
हमें पहचान ना पाई...
एक हम हैं पीकर भी...
तेरा नाम लेते रहें.......

1233 आँख सुरमा हँसीन समा शायरी


1233
आप आपकी आँखोंमें,
सुरमा लगाया कीजिये...
न हँसीन आँखोंमें कभी,
हमेंभी समाया कीजिये...!

1232 मोहब्बत सोच छोड़ जिद्द अश्क़ शायरी


1232
बस यहीं सोचकर छोड़ दी...
हमने जिद्द मोहब्बतकी,
अश्क़ तेरे गिरे या मेरे...
रोयेगी तो मोहब्बतही...!!!

1231 पसंद वजह लोग हार जीत शायरी


1231
पसंद हैं मुझे...
उन लोगोंसे हारना...
जो मेरे हारनेकी वजहसे,
पहलीबार जीतें हो !!!

18 April 2017

1230 दिल चाहत नज़दीक समझ तमन्ना एहसास शायरी


1230
तू ही बता ए दिल,
तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता हैं तू,
उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना,
हर एहसास हैं वो मेरा,
मगर उस एहसासको,
ये एहसास दिलाऊं कैसे…

1229 मोहब्बत बहोत दर्द दुनियाँ बेवफा शायरी


1229
ऐ खुदा,
बहोत दर्द देती हैं ये मोहब्बत...
तू कहीं अलग दुनियाँ बना दे,
इन बेवफाओं की.......

1228 समझ दुनियाँ खुद शायरी


1228
एक मैं हूँ कि समझा नहीं,
खुदको आजतक...!
और दुनियाँ हैं कि न जाने,
मुझे क्या-क्या समझ लेती हैं...!!!

1227 दिल जिंदगी मोड़ ‎मज़बूरी दिमाग मंजूरी शायरी


1227
जिंदगीके किसीभी मोड़पर,
आप वहीं करना,
जो आपका दिल आपसे कहें,
क्योंकि जो दिमाग कहता हैं,
वो मज़बूरी होती हैं, और
जो दिल केहता हैं,
वो मंजूरी होती हैं...

1226 दिल बहला जरिया लफ्ज कागज महबुब लौट शायरी


1226
शेर-ओ-शायरी तो,
दिल बहलानेका एक जरिया हैं दोस्तो...
लफ्ज कागजपर उतारनेसे,
महबुब लौटा नहीं करते.......

17 April 2017

1225 करीब रिश्तें प्यार दूर उम्मीद दरमियान इंतज़ार बरक़रार शायरी


1225
करीब इतना रहो कि,
रिश्तोंमें प्यार रहें...
दूर भी इतना रहो कि,
आनेका इंतज़ार रहें...
रखो उम्मीद रिश्तोंके दरमियान इतनी कि,
टूट जाएँ उम्मीदें मगर,
रिश्तें बरक़रार रहें...

1224 वजह पूछ उम्र गुजरअच्छे शायरी


1224
वजह पूछोगे तो,
सारी उम्र गुजर जाएगी,
कहां ना, 'अच्छे लगते हो',
तो बस लगते हो !

1223 वजह पूछ उम्र गुजरअच्छे शायरी


1223
बहुत भीड़ हो गयी हैं,
तेरे दिलमें,
अच्छा हुआ हम,
वक़्तपर निकल गए...!