4916
"ज़िन्दगी
कभीभी ले
सकती हैं करवट,
तू गुमान न कर...
बुलंदियाँ
छू हज़ार... मगर,
उसके लिए कोई
'गुनाह' न कर...!
4917
एक सपनेके
टूटकर,
चकनाचूर
होनेके बाद;
दूसरा सपना देखनेके हौसलेंको,
"जिंदगी"
कहते हैं...
4918
"सफरका मजा लेना
हो तो,
साथमें सामान कम रखिए
और...
जिंदगीका मजा
लेना हैं तो,
दिलमें अरमान कम रखिए...!
4919
मालूम सबको हैं,
कि जिंदगी बेहाल हैं...
लोग फिर भी
पूछते हैं,
और सुनाओ क्या हाल हैं.....
4920
जो मांगू वो दे
दिया कर...
ऐ ज़िन्दगी,
तू बस मेरी,
माँ
की तरह बन
जा,,,