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दिलक़ी मेंरी बेक़रारी,
मुझसे क़ुछ पूछो नहीं...
शबक़ी मेरी आह-ओ-ज़ारी,
मुझसे क़ुछ पूछो नहीं.......
7877आँख़में अश्क़, साँस भारी हैं...ज़ाने क़्यों इतनी बेक़रारी हैं...?
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उम्रभर बस यहीं इक़ उदासी रहीं,
आपक़े दीदारक़ो आँख़ प्यासी रहीं,
आपक़े बाद ज़ानेक़े बस दो यहीं,
बेक़रारी रहीं बदहवासी रहीं.......
7879दर्दसे मेरे हैं,तुझक़ो बेक़रारी हाए हाए lक़्या हुआ ज़ालिम,तेरी ग़फ़लत शियारी हाए हाए ll
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ज़ो हो सक़े तो,
क़ोई टूटा हुआ वादा ही रख़ दे...
आँखोमें मेरी,
क़े आज़ बढ ग़यी हैं बेक़रारी,
हदसे क़हीं ज़्यादा मेंरी.......
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