8 March 2017

1061 हक रूठ अच्छा शायरी


1061
तुझसे रूठनेका,
हक हैं मुझको...
पर मुझसे तुम रूठो,
यह अच्छा नहीं लगता...l

1060 तजुर्बा काफी बयाँ इश्क़ दोबारा शायरी


1060
तजुर्बा एक ही काफी हैं,
बयाँ करनेके लिये;
मैने देखा ही नहीं ,
इश्क़ दोबारा करके

1058 ज़िन्दगी मोहब्बत रूठ वक़्त गँवा जरूरत शायरी


1059
ज़िन्दगी यूँ ही बहुत कम हैं,
मोहब्बतके लिए;
फिर एक दूसरेसे रूठकर,
वक़्त गँवानेकी जरूरत क्या हैं

1059 दिल दर्द खरीद मायूस कारोबार रोजगार हँसा शायरी


1059
हर मायूसको हँसानेका,
कारोबार हैं अपना…
दिलोंका दर्द खरीद लेते हैं
बस यहीं रोजगार हैं अपना…!!!

1057 ज़िन्दगी पढ़ कमबख्त पन्ना शायरी


1057
ज़िन्दगी…
जब भी लगा कि तुझे पढ़ लिया...
"कमबख्त तुने ज़िन्दगीका
एक और पन्ना खोल दिया...!"

1056 सिर्फ़ रिश्ते ख़त्म सही भ्रम शायरी


1056
" ना जाने कितने रिश्ते,
ख़त्म कर दिये इस भ्रमने,..!
कि मैं सही हूँ,
और सिर्फ़ मैं ही सही हूँ "...!!!

6 March 2017

1054 दिल प्रेम धारा बह चर्चा महफ़िल शायरी


1054
प्रेमकी धारा बहती,
जिस दिलमें,
चर्चा होती उसकी,
हर महफ़िलमें...!

1055 दामन खूबसूरत दुआ शायरी


1155
मेरे दामनमें गिरो ...
कोई खूबसूरत-सी,
दुआ बनकर....

1053 आँख बात हालात नाराज़ समझ शायरी


1053
मेरी आँखोंकी तरफ़ देख,
मेरी बात समझ...
मुझसे नाराज़ न हो,
तू मेरे हालात समझ....

1052 मिल प्यार बहुत दिलचस्प शायरी


1052
ना मिल रहा हैं तू...
ना खो रहा हैं तू...,
मेरे प्यार...
बहुत दिलचस्प हो रहा हैं तू

1051 गले लगा डर पागल शायरी


1051
काश तुम कभी ज़ोरसे,
गले लगाकर कहो...
डरते क्यों हो पागल,
तुम्हारी ही तो हूँ…

5 March 2017

1050 दिल घाव मरहम आवाज़ शायरी


1050
दिलका हर घाव,
भरने लगता हैं . . . 
तेरी आवाज़ हैं . . . 
या मरहम हैं कोई...!

1049 हालत रूसवाई मंजिल घटा याद जुदाई नजर गुमनाम गम बाद तन्हाई शायरी


1049
न पूछो हालत मेरी रूसवाईके बाद,
मंजिल खो गयी हैं मेरी, जुदाईके बाद,
नजरको घेरती हैं हरपल घटा यादोंकी,
गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाईके बाद !

1048 अज़ीब रिश्ता ख्वाहिश दरमियाँ जीने मरने शायरी


1048
एक अज़ीबसा रिश्ता हैं मेरे,
और ख्वाहिशोंके दरमियाँ...
वो मुझे जीने नहीं देतीं,
और मैं उन्हें मरने नहीं देता।

1047 दिल ख्याल प्यार जता निभा चाह खामोश शायरी


1047
जब कोई ख्याल दिलसे टकराता हैं,
दिल ना चाहकर भी खामोश रह जाता हैं,
कोई सब कुछ कहकर प्यार जताता हैं,
तो कोई कुछ ना कहकर प्यार निभाता हैं

1046 काँटे अंगार सुलग हँस रोने तन्हाई शायरी


1046
काँटोसी चुभती हैं तन्हाई,
अंगारोंसी सुलगती हैं तन्हाई,
कोई आकर हम दोनोंको ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती हैं तन्हाई…

4 March 2017

1045 दर्द दवा खुश आँसू नसीब शायरी


1045
मुझको ऐसा दर्द मिला,
जिसकी दवा नहीं l
फिर भी खुश हूँ,
मुझे उससे कोई गिला नहीं l
और कितने आँसू बहाऊँ उसके लिए...
जिसको खुदाने मेरे नसीबमें,
लिखा ही नहीं।

1044 महसूस बात दिन लापरवाह याद शायरी


1044
महसूस कर रहें हैं,
तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनोंसे...
याद रखना अगर हम बदल गये तो,
मनाना तेरे बसकी बात ना होगी !

1043 लम्बी खामोशी कोशिश शायरी


1043
बहुत लम्बी खामोशीसे
गुजरा हूँ मैं. . .
किसीसे कुछ कहनेकी
कोशिशमें. . .

1042 जादू हाथ बात याद दिन रात सपना शायरी


1042
जादू हैं उसकी हर एक बातमें,
याद बहुत आती हैं दिन और रातमें,
कल जब देखा था मैने सपना रातमें,
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथमें…