9 May 2017

1302 साक़ी गिला शराब आँखें होश शायरी


1302
साक़ीको गिला हैं कि,
उसकी बिकती नहीं शराब...
और एक तेरी आँखें हैं कि,
होशमें आने नहीं देतीं...

1301 रुठुंगी कदर आँखे झलक तरस शायरी


1301
रुठुंगी अगर तुजसे,
तो इस कदर रुठुंगी की...
ये तेरी आँखे मेरी एक,
झलकको तरसेंगी !

8 May 2017

1300 दिल प्यार फिरयाद शायरी


1300
मुझे कोई प्यार करे...
ऐसी फिरयाद नहीं हैं मेरी l
पर मैं सबसे प्यार करू...
ऐसा दिल जरूर दिया हैं रबने...

1299 अर्थ शब्द शायद बात इरशाद शायरी


1299
अर्थ लापता हैं,
या फिर शायद शब्द खो गए हैं...
रह जाती हैं मेरी हर बात क्यूँ,
इरशाद होते होते...

1298 हमसफ़र दोस्त मोहब्बत समझौते शायरी


1298
क्या हुआ जो हमसफ़र ना बन सके,
दोस्त ही सहीं,
ये मोहब्बत भी ना जाने...
कितने समझौते करवाती हैं. . .

1296 खुद छुपा धड़कन सीने जीना ख्वाहिश शायरी


1296

धड़कन, Heartbeats

खुदसे भी छुपाई हैं,
धड़कन अपने सीनेकी,
हमको जीना पड़ता हैं,
ख्वाहिश कब हैं जीनेकी...?

I have hidden it even from myself,
The beating of my heart,
We have to live,
When is the wish to live...?

1297 दिल ज़िंदगी ज़ख़्म लाख फूल कसम काँटे गहरी चुभन शायरी


1297
एक दिल मेरे दिलको ज़ख़्म दे गया,
ज़िंदगीभर ना मिलनेकी कसम दे गया!
लाख फूलोंमेंसे चुना था एक फूल,
जो काँटोसे भी गहरी चुभन दे गया !

6 May 2017

1295 बेशक मंजिल ऊँचाई काम दोस्त शायरी


1295
बेशक अपनी मंजिलतक जाना हैं,
लेकिन जहाँसे अपना दोस्त ना दिखे;
वो ऊँचाई किस कामकी...!

1294 दुनियाँ खत्म रंग गुलाल शोखियाँ यार बेरंग लौट शायरी


1294

रंग, Colours

लो खत्म हुई,
रंग-ऐ-गुलालकी शोखियाँ;
चलो यारो फिर,
बेरंग दुनियाँमें लौट चले . . . ।

It's over,
The joys of colours;
Come on guys,
Let's go back to the colorless world. . .

1293 ज़िन्दगी मुफ्त हुनर खुशियाँ सौदा शायरी


1293
मुफ्तमें नहीं आता,
यह शायरीका हुनर…
इसके बदले ज़िन्दगी हमसे,
हमारी खुशियोंका सौदा करती हैं…!

1292 बंद आँख साये आवाज महफ़िल मेरे नाम अनसुना शायरी


1292
कभी बंद आँखोंसे पढ़ लेती थी,
तुम मेरे सायेकी आवाजको…
आज भरी महफ़िलमें मेरे नामको,
अनसुनासा कर दिया तुमने...

1291 जिंदगी मर तन्हा छोड़ जरूरत हमसफर रास्ता मोड़ साथ शायरी


1291

हमसफर, Companion

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये;
अपनापन जतानेवाले तन्हा छोड़ गये;
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफरकी;
वो जो साथ चलनेवाले रास्ता मोड़ गये।

The one who gave life, left to die;
Those who expressed their affection were left alone;
When we needed our companion;
Those companions turned away from their path.

1289 गलती जान चाह लापरवाह शायरी


1289
गलती इतनी हुई की,
तुझे जानसे ज्यादा चाहने लगे हम...
क्या पता था की मेरी इतनी परवाह,
तुझे लापरवाह कर देगी...

1290 मोहब्बत चाहत ज़माना जहाँ अपनाना बताना शायरी


1290
"तेरी चाहतमें हम ज़माना भूल गये,
किसी औरको हम अपनाना भूल गये,
तुमसे मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँको,
बस एक तुझे ही बताना भूल गये......"

1288 गलती जान चाह लापरवाह शायरी


1288
हम इतने बदनाम हैं कि,
लडकियाँ हमें खुद फोन लगाकर बोलती हैं...
आप हमारी गलीमें मत आया करो,
लोग शक बहुत करते हैं . . .

1287 ज़िन्दगी होली दिन खुशियाँ रंग ख्वाहिश शायरी


1287
होलीके दिन तू मुझे मिलना ज़रूर,
ऐ ज़िन्दगी l
तुझे खुशियोंके रंगोसे,
रंग देनेकी ख्वाहिश हैं ll

1286 ज़िन्दगी होली दिन खुशियाँ रंग ख्वाहिश शायरी


1286
संभलकर रहना जीवनमें,
उन लोगोंसे दोस्तों...
जिनके दिलके अंदर भी,
दिमाग रहता हैं...!

3 May 2017

1285 अनकही बातें हसरतें साथ लोग झूठ खाली हाथ शायरी


1285
न जाने कितनी अनकही बातें,
कितनी हसरतें साथ ले जाएंगे...
लोग झूठ कहते हैं कि,
खाली हाथ आये थे,
खाली हाथ जाएंगे . . . 

1283 - 1284 कदर करीब अलग सोचूं अजीब याद बर्बादी भूल शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


1283
तु इस कदर मुझे,
अपने करीब लगता हैं ।
तुझे अलगसे जो सोचूं तो,
अजीब लगता हैं . . .
                                  परवीन शाकिर

1284
वो बोली क़्या अब भी,
हमारी याद आती हैं...?
हमने भी हसक़र बोला ,
अपनी बर्बादीक़ो क़ौन भूल सक़ता हैं...

1282 समझौता चाह गलत अजीब बात न्याय शायरी


1282
"कितनी अजीब बात हैं;
जब हम गलत होते हैं,
तो समझौता चाहते हैं...,
और दुसरे गलत होते हैं तो,
हम न्याय चाहते हैं...!