3501
याद करनेकी
हमने,
हद
कर दी मगर...
भूल जानेमें
तुम भी,
कमाल
करते हो.......!
3502
धड़कने काबूमें
नहीं हैं,
आज लगता हैं...
कोई
बेहताशा,
याद कर रहा हैं.......!
3503
खिलखिलाती
धूपसा मेरा
इश्क़...
और,
सर्द रातोसा
तेरा याद आना.......!
3504
एक दिया दिलमें जलाना भी,
बुझा भी देना...
याद करना भी
उसे और,
रोज
भूला भी देना...
उससे मनसूब भी कर
लेना,
पुराने किस्से...
उसके बालोमें
नया फूल,
लगा
भी देना...!
3505
अब हिचकियाँ आती हैं,
तो पानी पी
लेते हैं...
ये वहम छोड़
दिया हैं,
कि
कोई याद करता हैं...!!!
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