4626
आँसूओको कह
दो,
कोई और
निगाह ढूंढ ले,
हम तो अंगारोपे भी,
मुस्कुराके चलते हैं...
4627
एक फ़साना सुन गए,
एक कह गए...
हम जो रोये
तो,
मुस्कुराकर रह
गए...
4628
मुमकिन हैं आईना
पूछले,
मुझसे
ये एक बात...
हँसते अब भी
बहुत हो,
मुस्कुराते
क्यूँ नहीँ...?
4629
प्यारका बदला
कभी चुका न
सकेंगे,
चाहकर भी
आपको भुला न
सकेंगे;
तुम ही हो
मेरे लबोंकी
हंसी,
तुमसे बिछड़े
तो फिर मुस्कुरा
न सकेंगे...
4630
कुछ इसी तरहसे,
रिश्तोंको
हम निभाते रहे...
हर बार चोट
खाके भी,
ऐसे ही मुस्कुराते
रहे...!
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