10 August 2019

4591 - 4595 वक्त मुहब्बत रिश्ते सनम याद जिन्दगी दुनिया जख्म अहसास शायरीहैं


4591
वक्त, मुहब्बत और रिश्ते ये वो चीजें हैं,
जो हमें मुफ्त मिलती हैं।
मगर इनके बेशकीमती होनेका अहसास तब होता हैं...
जब ये कहीं खो जाती हैं।

4592
लपेट ली हैं मैंने,
तेरे अहसासकी चादर  सनम...
पता हैं मुझे आज फिरसे,
तेरी यादोंकी लहर तेज हैं...।।

4593
सही वक्तपर करवा देंगे,
हदोंका अहसास
कुछ तालाब खुदको,
समंदर समझ बैठे हैं ।।

4594
बैठता वहीं हूँ जहाँ,
अपनेपनका अहसास हैं मुझको...
यूँ तो जिन्दगीमें,
कितने ही लोग आवाज देते हैं...

4595
छोड़ देंगें तेरी दुनियाको,
एक रोज खुदा,
जख्म दे दे कर किरायेकी जिन्दगीका,
अहसास ना दिला.......!

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