5411
परवाह नहीं अगर,
ये जमाना खफा रहें;
बस इतनीसी
दुआ हैं,
की तू मेहरबां
रहें.......!
5412
एक़ परवाह हीं बताती हैं क़ि,
ख़्याल क़ितना हैं....
वरना क़ोई तराज़ू नहीं, होता
रिश्तोमें....
5413
उनकी परवाह मत करो,
जिनका विश्वास वक्तके साथ
बदल जाए;
परवाह सदा उनकी
करो,
जिनका विश्वास आप पर
तब भी रहें...
जब आपका वक्त
बदल जाए !!!
5414
बोली बता देती
हैं, इंसान कैसा
हैं...
बहस बता देती
हैं, ज्ञान कैसा
हैं...
घमण्ड बता देता
हैं, कितना पैसा
हैं...
संस्कार
बता देते हैं,
परिवार कैसा हैं...
5415
इतनी भी जिद
ना दिखाओ की,
सामनेवालाभी
अपनी जिदपे अकड़े;
आपकी लापरवाह नजरअंदाजीसे,
खूब परेशान होके आपसे
मूँह ही मोड़े...!
भाग्यश्री
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