13 July 2023

9711 - 9715 दिल प्यार आदत इज़ाज़त बात शायरी

 
9711
दो घड़ी तो,
प्यारक़ी बातें क़र ले...
दिल ज़लानेक़ो,
उम्र सारी हैं.......

9712
हमें आदत नहीं,
हर एक़पें मर मिटनेक़ी...
तुझेमें बात ही क़ुछ ऐसी थी,
दिलने सोचनेक़ी मोहलत ना दी...!

9713
दिल दुख़ाया क़रो इज़ाज़त हैं,
लेक़िन.......
भूल ज़ानेक़ी बात मत क़रना ll

9714
रूक़ो एक़ बात गौरसे सुन लो,
तुम्हारा दिल हमारा हैं...
अब ज़ाओ,
जो दिलमें आये क़र लो.......

9715
आओ क़ुछ इस तरहसे,
बात क़रते हैं...
इक़-दुसरेक़े दिलक़ा,
घाव भरते हैं.......

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