16 September 2016

551 मोहब्बत तलाश बर्बाद पागल तलाश शायरी


551
Talash, Search
मोहब्बतकी तलाशमें निकले हो तुम,
अरे पागल
मोहब्बत खुद तलाश करती हैं…
जिसे बर्बाद करना हो l

You Going in the Search of Love,
Oh Mad...
Love Searches out itself...
To whom she wants to Ruin.

552 Mukabala, Competition

Mukabala, Competition

किसी ने पूछा " वो याद नहीं करते तुम्हें ",
तुम उन्हें क्यों याद करते हो...?
हमने मुस्कुरा कर कहा,
" रिश्ते निभाने वाले, मुकाबला नहीं किया करते.......! "
Somebody Asked " Does she Remembers You ",
Why do you Remember her...?
I smilled and Said,
" They don't compete, who wants to Fulfil the Relationship.......! "

15 September 2016

550 याद इंतज़ार साथ शाम शायरी


550

Shyam, Evening

एक शाम आती हैं,
तुम्हारी याद लेकर...
एक शाम जाती हैं,
तुम्हारी याद देकर...
पर मुझे तो उस शामका इंतज़ार हैं,
जो आए तुम्हे अपने साथ लेकर...!

An Evening comes,
With your Memory...
An Evening goes,
Offering your Memory...
I am waitting for that Evening,
Which will come along with You...!

549 जीना झूठ यार वादा इंतज़ार सच ऐतबार ख्वाहिश शायरी


549

Khwahish, Desire

जीनेकी ख्वाहिशमें हररोज़ मरते हैं,
वो आये आये हम इंतज़ार करते हैं...
झूठा ही सही मेरे यारका वादा हैं,
हम सच मानकर ऐतबार करते हैं

I die everyday in the Desire of Living,
I keep waitting whether she comes or not...
Though its false but its her Promise,
I believe her on Assumption.

548 ख़ामोश मोहब्बत लोग समझ बदनसीब शायरी


548

Badnaseeb, Unfortunate

क्यूँ करते हो मुझसे,
इतनी ख़ामोश मोहब्बत
लोग समझते हैं,
इस बदनसीबका कोई नहीं

Why do you Love me,
so Silently...
People feel that,
Nobody belongs to this Unfortunate...

13 September 2016

546 मोहब्बत महबूब जुदा वजूद शायरी


546

Wajood, Identity

जिस जिसने मोहब्बतमें,
अपने महबूबको खुदा कर दिया,
खुदाने अपने वजूदको बचानेके लिए,
उनको जुदा कर दिया l

Whoever Inscribed his Fiance,
equivalent to God,
To save his own identity,
God Separated them.

547 थोड़े सही बुरे इल्ज़ाम शायरी


547

Eljaam, Accuse

कोई इल्ज़ाम रह गया हैं,
तो वो भी दे दो,
हम तो पहलेसे बुरे थे,
अब थोड़े और सही

If you want to Accuse me any more,
I am ready to accept,
I was bad earlier,
Little more Though...

545 दिल हुस्न तोड़ मजबूर सादगी शायरी


545

Sadagi, Sobriety

हुस्नवाले जब तोड़ते हैं,
दिल किसीका...
बड़ी सादगीसे कहते हैं,
मजबूर थे हम...!

When Fiance breaks heart,
of her Lover...
Says with a deep Sobriety,
That I was Helpless...!

544 जान जिस्म रात मौत गुस्से शायरी


544

Jaan, Soul

कल रात मौत आयी थी,
गुस्सेमें बोली,
"जान ले लुंगी तेरी..."
मैने भी कह दिया:
' जिस्म 'ले जाओ,
जान ' तो...
'  उनके ' पास हैं...!!!

Death arrived Yesterday night,
Was speaking with Anger,
" I will take your Life away..."
So I also told:
Take away my Body,
' Soul ' Is...
with ' Her '...!!!

543 बात लोग साथ सोचना बोल मजा शायरी


543

Maja, Pleasure

"बात करनेका मजा तो,
उन लोगोंके साथ आता हैं,     
जिनके साथ कुछ बोलनेसे पहले,
कुछ सोचना पड़े...!"

"The Pleasure of Talking,
Is with those People,
Nothing is to be considered,
Before talking to them...!"

11 September 2016

542 बात लोग साथ सोचना बोल मजा शायरी


542

Afsos, Guilt

अब सज़ा दे ही चुके हो,
तो मेरा हाल ना पूछना l
अगर मैं बेगुनाह निकला,
तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा !

When you have Punished me,
Then do not ask my Condition .
If I proved Innocent,
You will feel immense Guilt !

541 अक्सर याद नींद बात कसूर चाहा इजाजत शायरी


541

Ijajat, Permission

वो सो जाते हैं,
अक्सर हमें याद किये बगैर...
हमें नींद नहीं आती,
उनसे बात किये बगैर...
कसूर उनका नहीं,
हमारा हैं,
उन्हे चाहा भी तो,
उनकी इजाजतके बगैर...!

She goes to Sleep,
without recalling me...
I could not go to Sleep,
without talking to her...
She is not at Fault,
though I,
As I am in desire,
without her Permission...!

9 September 2016

540 याद अजीब लोग बसेरा शहर गुरूर शायरी


540

Gurur, Pride

अजीब लोगोंका बसेरा हैं,
तेरे शहरमें;
गुरूरमें मिट जाते हैं,
मगर याद नहीं करते...

Strange people are residing,
In your City;
Perishes in Pride,
But don't Recall...

539 आवाज लफ्ज बुला ख़ामोशी शायरी


539

Khamoshi, Silence

सिर्फ आवाज और लफ्ज ही नहीं,
मेरी ख़ामोशी भी तुम्हें बुलाती हैं !

Not only my Voice and Words,
My Silence also calls You !

538 इंसान धोखा उम्मीदें शायरी


538

Ummide, Hopes

इंसानको इंसान धोखा नहीं देता हैं,
बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती हैं,
जो वो दूसरोंसे रखता हैं

A Man doesn't cheat a Man,
Its the Hope which cheats,
That is expected from Others.

7 September 2016

537 जीने मुर्दे खूब मौत शायरी


537

Maut, Death

एक मुर्देने क्या खूब कहा हैं...
ये जो मेरी मौतपर रो रहे हैं,
अभी उठ जाऊं
तो जीने नहीं देंगे !
Well said by a Perished Man...
Those who are Crying on my Death,
If I get up...
Will not Let me Live !

536 दिल चाह ख़्वाब तलक झलक शायरी


536

Zalak, Glimpse

ख़्वाब ही ख़्वाब,
कब तलक देखूँ...
अब दिल चाहता हैं,
आपको भी इक झलक देखूँ...

Only Dreams and Dreams,
To Watch up to What Extent...
Now my Wish is,
To Show you Glimpse...

6 September 2016

535 इश्क़ दर्द बरकत शायरी


535

Barkat, Prosperity

बड़ी बरकत हैं,
तेरे इश्क़में,
जबसे हुआ हैं,
कोई दूसरा दर्द ही नहीं होता

There is a Immense Prosperity,
In your Love,
Since the Day I Fallen in Love,
Every other Pain has Vanished...

534 हथेली रखकर नसीब शख्स मुकद्दर ढूंढ पत्थर समंदर शायरी


534

Samandar, Sea

हथेलीपर रखकर नसीब,
हर शख्स मुकद्दर ढूंढता हैं...
सीखो उस समंदरसे,
जो टकरानेके लिए,
पत्थर ढूंढता हैं...

Holding Fate in the Palms,
Everybody searches for Destiny...
It is to be Learned from The Sea,
Who to Strike,
Finds Stones...

533 दिल लफ्ज दुआ अच्छे किरदार सोच याद शायरी


533

Yaad, Remember

अच्छे किरदार और,
अच्छी सोचवाले लोग,
हमेशा याद रहते हैं,
दिलोंमें भी, लफ्जोमें भी,
और दुआओंमें भी...

People with Good Character,
and Good Thinking,
Are always Remembered,
In the Heart, In the Words,
And In in Prayers too...

532 दिल जिन्दगी दुनियाँ चंद लम्हा नफरत बीत जान चाहत यकीन शायरी


532

Yakeen, Belief

एक नफरत ही हैं जिसे,
दुनियाँ चंद लम्होंमें जान लेती हैं...
वरना चाहतका यकीन दिलानेमें,
तो जिन्दगी बीत जाती हैं...

The only One Hate is,
Understands the World within few Seconds...
Otherwise creating Belief in Desire,
Takes whole the Life...

531 बेगाने समझ ज़ख़्म शायरी


531

Jakhma, Scars

अब अपने ज़ख़्म,
दिखाऊँ किसे और किसे नहीं ...!
बेगाने समझते नहीं,
और अपनोंको दिखते नहीं......!!

Now my Scars,
Whom to show and whom not to...!
Unknown doesn't Understand,
And Near ones Overlook it......!!

4 September 2016

530 फूल पैगाम दामन थाम महफ़िल जान ख़राब दुश्मन नाम शायरी


530

Naam, Name

फूल इसलिए अच्छे,
क्योंकि खुशबूका पैगाम देते हैं;
काँटे इसलिए अच्छे,
कि दामन थाम लेते हैं;
दोस्त इसलिए अच्छे,
कि वो मुझपर जान देते हैं;
और दुश्मनोंको,
कैसे ख़राब कह दूँ;
वो ही तो है,जो हर महफ़िलमें,
मेरा नाम लेते हैं l

Flowers are Good,
Because the give message of Fragrance;
Thrones are Good,
As They restrict to leave;
Friends are Good,
As they Offer Life for me;
And How to call Enemies,
An impaired;
These are the only remembers my Name,
In Gathering.

529 प्यार सज़ा दर्द आँसू इंतेज़ार निशानी दीवानगी शायरी


529

Deewanji, Insanity

इस बहते दर्दको मत रोको,
ये तो सज़ा हैं किसीके इंतेज़ारकी,
लोग इन्हे आँसू कहें या दीवानगी,
पर ये तो निशानी हैं किसीके प्यारकी

Do not restrict this Living Pain,
This is a Punishment for Anticipation,
May People call it as Tears or Insanity,
But This is the Sign of One's Love...

528 दिल मिलन मोहब्बत दोस्ती नजर सीने फर्क शायरी


528

Farque, Difference

क्या फर्क हैं ?
...दोस्ती और मोहब्बतमें !
...रहते तो दोनो दिलमें ही हैं !
लेकिन.... फर्क बस इतना हैं...
बरसो बाद....मिलनेपर....
मोहब्बत नजर चुरा लेती हैं...
और दोस्त सीनेसे लगा लेते हैं...

What is the Difference ?
...In Friendship and Love !
...Both are residing in the same Heart !
Though... The Only Difference is...
Meeting.... after Long Years....
Love Steals Eyes...
And Friend Embraces...

3 September 2016

527 दुनियाँ महफ़िल थक अकेले आवाज़ शायरी


527

Aawaj, Accost

कभी जो थक जाओ तुम,
दुनियाँकी महफ़िलोंसे...
तो मुझे आवाज़ दे देना,
हम आज भी अकेले रहते हैं !

When you will get Tired,
with the Gatherings of Life...
Then Accost me,
I live Alone even today !

526 जिंदगी मौजूदगी बेवजह खोज पलके आँख बोझ समझ दोस्ती शायरी


526

Dosti, Friendship

दोस्ती कोई खोज नहीं होती,
हर किसीसे हर रोज नहीं होती,
जिंदगीमें हमारी मौजूदगीको बेवजह मत समझना,
पलके कभी आँखोंपर बोझ नहीं होती !!!

Friendship is not which is Searched,
It does not Happen with Everyone with Everybody,
Do not understand my Presence Inexplicably in Life,
Lashes are never Burden on Eyes !!!

2 September 2016

525 ज़िन्दगी जियो पल सोच हक़ शायरी


525

Haque, Right

तुम्हे हक़ हैं अपनी ज़िन्दगी,
जैसे चाहे जियो तुम,
बस जरा एक पलके लिए सोचना,
मेरी ज़िन्दगी हो तुम...

You have all the Right to Live Life,
The way you want to Live,
But Just Think for a while,
Your Life is my Life...

524 आँख पलक मिल सुकून शायरी


524

Sukoon, Pacification

तुम आँखोंकी,
पलकों जैसे हो गए हो l
कि मिले बिना,
सुकून ही नहीं आता...!

You have become Like,
Eyelids of Eyes.
Without Meeting,
There is no Pacification...!

1 September 2016

523 दवा दुआ रोज मर भूल मोहब्बत शायरी


523

Mohobbat, The Love

दवा, दुआ,
यह मोहब्बत हैं मेरे यार...
इसमे भूलते नहीं,
रोजाना मरते हैं हजार बार

Neither Medicine nor Prayers,
Its called as Love my Friend...
Its not to Forget,
Here Daily Death is assured for Thousand Time.

522 दुनियाँ दवा याददाश्त भूल शायरी


522

Dava, Medicine

याददाश्तकी दवा बनानेमें,
सारी दुनियाँ लगी हैं ...!
तुमसे बन सके तो तुम;
हमें भूलनेकी दवा बता दो…!!!

Whole the World is behind,
In making Drug for Memory...!
If it is Possible for you;
Tell me the Medicine for forgetting...!!!

521 याद ढूंढ मन तमन्ना मिलन हाथ सीने धड़कन शायरी


521

Dhadkan, Beats

यादोंमें ना ढूंढो हमें,
मनमें हम बस गये हैं;
तमन्ना हो अगर मिलनेकी,
तो हाथ रखो सीनेमें...
हम धड़कनोंमें मिल जायेंगे…!

Do not Pursue me in the Memories,
I have settled down in Mind;
If you aspire to see me,
Place hand on your Chest...
I will meet you with the Beats...!