529
Deewanji, Insanity
इस बहते दर्दको मत रोको,
ये तो सज़ा
हैं किसीके
इंतेज़ारकी,
लोग इन्हे आँसू कहें
या दीवानगी,
पर ये तो
निशानी हैं किसीके प्यारकी…
Do not restrict this Living Pain,
This is a Punishment for Anticipation,
May People call it as Tears or Insanity,
But This is the Sign of One's Love...
No comments:
Post a Comment