23 September 2016

561 तन्हा आलम थक जरूरत इंतजार मुस्कुरा रोना शायरी


561

Rona, Cry

तेरी जरूरत, तेरा इंतजार और...
ये तन्हा आलम,
थककर मुस्कुरा देती हूँ...
मैं जब रो नहीं पाती !!!

Your need, your waitting and...
this Lonely Ambience,
I Smile being Tired...
When I Could not Cry !!!

No comments:

Post a Comment