20 September 2016

559 ख्वाहिश पूरी इबादत लिपटे बगैर इजाजत शायरी


559

Ejajat, Permission

एक ख्वाहिश पूरी हो,
इबादतके बगैर...
वो आकर लिपटे मुझसे,
मेरी इजाजतके बगैर...

One Wish to complete,
Without a Prayer...
She comes n Hug me,
Without my Permission...

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