24 September 2016

569 क़ैद सुना आवाज़ ग़ज़ल शायरी


569

Gazal, Poem

शायर तो हम हैं, शायरी बना देंगे,
आपको शायरीमें क़ैद कर लेंगे l
कभी सुनाओ हमें अपनी आवाज़...
आपकी आवाज़को हम ग़ज़ल बना देंगे ll

I am a Poet, shall make a Poetry,
Will Apprehend you in Poetry.
Make me Hear your Voice,
I will make Poem of your Voice.

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