19 September 2016

556 मोहब्बत अजीब बात झुक चमकता सूरज ढल चाँद शायरी


556

Chand, The Moon

मोहब्बतमें झुकना,
कोई अजीब बात नहीं हैं…
चमकता सूरज भी तो,
ढल जाता हैं, चाँदके लिए…!

Stooping down in Love
Is not a Strange thing...
Shining Sun too
Sets down, for Moon...!

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