28 September 2016

578 जमाने बात नजर दोस्ती चीज जताने भुलाने आदत रिश्ते शायरी


578

Rishte, Relationship

दोस्ती चीज नहीं जतानेकी,
हमें आदत नहीं किसीको भुलानेकी...
हम इसलिये आपसे कम बात करते हैं,
की नजर लग जाती हैं रिश्तोंको जमानेकी...

Friendship is not for Showoff,
I am not habitual to Forget anyone...
I do speak less with you ,
As our Relation should not caught by Eye of Society...

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