13 September 2016

547 थोड़े सही बुरे इल्ज़ाम शायरी


547

Eljaam, Accuse

कोई इल्ज़ाम रह गया हैं,
तो वो भी दे दो,
हम तो पहलेसे बुरे थे,
अब थोड़े और सही

If you want to Accuse me any more,
I am ready to accept,
I was bad earlier,
Little more Though...

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