11 November 2016

735 इश्क बंद दरवाजे दरार याद शायरी


735

Daraar, Cleft

युँ तो बंद कर लिए हैं,
हमने सारे दरवाजे इश्कके...
पर तेरी याद हैं,
जो दरारोंसे ही जाती हैं. . .
I have closed down in the way,
All the Doors of Love...
Though your Recall
Which comes from the Cleft . . . 

733 मोहब्बत चाहत ज़माना भूल जहाँ शायरी


733

Naqab, Mask

वो कहने लगी,
नकाबमें भी पहचान लेते हो,
हमें हजारोंके बीच ?
मैने मुस्कुराकर कहां
तेरी आँखोंसे ही शुरू हुआ था,
"इश्क" हजारोंके बीच ।
She started telling,
You recognize in the Mask
me in Crowd ?
I smiled and replied,
It was started with the Eyes
Affair in Crowd .

734 मोहब्बत चाहत ज़माना भूल जहाँ शायरी


734

Chaahat, Desire

"तेरी चाहतमें हम ज़माना भूल गये,
किसी औरको हम अपनाना भूल गये,
तुमसे मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँको,
बस एक तुझे ही बताना भूल गये......"

"I forget the World in your Desire ,
I Forget to find someone else for my life,
I told to Whole the World about my Love for you,
But I Forget to tell you only......."

732 शब्द पढ भूल याद शिद्दत शायरी


732

Shiddat, Passion

मेरे शब्दोंको इतनी,
शिद्दतसे ना पढा करो...
कुछ याद रह गया,
तो हमे भूल नहीं पाओगे...
Do not read Passionately,
My Words so...
If you Remember,
May not Forget me...

731 पल मिलन आदत तनख्वाह शायरी


731

Tanakhvaah, Salary

पलभरका मिलन,
फिर महिनोंकी दूरी...
आदत तुम्हारी भी,
तनख्वाहसी हो गई हैं...
Meeting for a While,
Then being apart for Month...
Your Habit also,
Been like my Salary...

10 November 2016

730 प्यार बात रूला पानी बेहद पंसद शायरी


730

Bahata Hua Panee, Flowing Water

मैने जो पुछा उनसे...
यूँ बात बातपें रूलाते क्युँ हो . . .
वो बडे प्यारसे बोली,
मुझे बहता हुआ पानी बेहद पंसद हैं .  .  .
I thou asked her ...
Why you make me Cry on every point .  .  .
She replied Affectionately,
I like Flowing Water very much .  .  .

729 आज़ाद सुकून ज़िंदगी शायरी


729

Sukoon, Relief

आज़ाद कर दे,
या मार दे...
मुझे सुकून चाहिए,
ज़िंदगी नहीं...
Make me Free
Or Kill,
I need Relief,
Not Life...

728 जिन्दगी आईना साफ सज सँवर ज़िंदगी शायरी


728

Aaina, Mirror

आईनेके सामने,
सजता सँवरता हैं हर कोई...
मगर आईनोंसी साफ जिन्दगी,
जीता हैं कोई-कोई...
In front of Mirror
Everybody does Makeup...
Though Clean life like Mirror
Lives Somebody...

726 साथ प्यार उदासी शायरी


726

Udaasee, Sadness

मुझसे कहती हैं,
तेरे साथ ही रहूंगी...
बहुत प्यार करती हैं,
मुझसे मेरी उदासी...!
She tells me,
Will live you only...
She loved me so much,
My Sadness...!

727 दिल इश्तिहार किरायेदार शायरी


727

Kiraayedaar, Tenent

इश्तिहार दे दो कि ,
ये दिल ख़ाली हैं . . .
वो जो आयी थी ,
किरायेदार निकली . . . !
Publish an Advertisement that ,
This Heart is Vacant . . .
The one was ,
Been a Tenant . . . !

9 November 2016

725 हँस याद बरबादी भूल शायरी


725

Barabaadee, Decimation

वो बोली क्या अब भी,
हमारी याद आती हैं...
हमने भी हँसकर बोला,
अपनी बरबादीको कोन भूल सकता हैं. . .
She asked Now also,
Do you Remember me...
I smiled and Said,
Who forgets own Decimation . . .

724 दिल प्यार सच्चा अच्छा रिश्ता धागा इतना कच्चा तोड़ आवाज़ शायरी


724

Dhaaga, Thread

रिश्तोंका धागा इतना कच्चा नहीं होता,
किसीका दिल तोड़ना अच्छा नहीं होता,
प्यार तो दिलकी आवाज़ हैं,
कौन कहता हैं एक तरफ़का प्यार...
सच्चा नहीं होता ​!

The Thread of Relationship is not that Weak,
Its not Good to Break the Heart,
Love is the Voice of Heart,
Who Says One sided Love...
Is not True !

723 दिल प्यार इंतजार बेकरार समझ चुप शायरी


723

Bekaraar, Desperate

रोज तेरा इंतजार होता हैं,
रोज ये दिल बेकरार होता हैं,
काश तुम समझ सकते की...
चुप रहनेवालोंको भी...
किसीसे प्यार होता हैं...!
Daily is the Waitting for you,
Daily this Heart becomes Desperate,
Would you have Understood...
The Silent people though...
Fall in Love with Somebody ...!

722 दिल यादे मुलाकाते शायरी


722

Mulaakaat, Meeting

कुछ मुलाकाते कभी,
लोटकर नहीं आती...!
उन मुलाकातोंकी यादे कभी,
दिलसे नहीं जाती...!!!
Some Meetings thou,
Never returns back...!
The Memories of those meetings,
Never leaves Heart...!!!

721 दिल हवाले गुनाहगार कदर शायरी


721

Maaphee, Sorry

माफी चाहता हूँ, गुनाहगार हूँ तेरा,
दिल
तुझे उसके हवाले किया,
जिसे तेरी कदर नहीं
I beg Sorry, as I am Guilty,
Oh Heart...
I left you with whom,
Who doesn't bother you...

8 November 2016

720 दिल फासला दरमियाँ शायरी


720

Fasala, Distance

फासला चाहे कितना भी हो,
तेरे मेरे दरमियाँ...!
रहते तो हम हमेशा,
एक दुसरेके दिलमें ही हैं...!
Doesn't matter about the Distance
In between You and Me...!
We are always living
In each others Heart...!

719 जान दोस्त इंतज़ार शायरी


719

Dost, Friend

क्या मांगू खुदासे मैं,
आपको पानेके बाद...
किसका करू इंतज़ारमें,
आपके आनेके बाद...
क्यूँ दोस्तोंपर जान लुटाते हैं लोग,
मालूम हुआ आपको दोस्त बनानेके बाद...

What should I demand from God
After Securing You,
Whom for should I wait for
After your Arrival,
Why people sacrifices lives on Friends,
Came to know after making you my Friend...

718 जिन्दगी एहसान लिहाज शायरी


718

Lihas, Kindness

जिन्दगी जब देती हैं,
तो एहसान नहीं करती...
और
जब लेती हैं तो,
लिहाज नहीं करती ...!
Life when Gives,
Does not Favour...
And
When Takes,
Doesn't show Kindness ...!

717 ज़माना वफ़ादार बेवफ़ा शायरी


717

Wafadar, Faithful

ज़माना वफ़ादार नहीं,
तो क़्या हुआ...
बेवफ़ा भी तो अक़्सर,
अपने ही हुआरते हैं...
So what,
If Society is not Faithful...
Disloyal are always
Our Own Only...

716 उदास शाम भूल आहिस्ता शायरी


716

Udaas, Depress

उदास कर देती हैं हर रोज,
ये शाम मुझे . . .
लगता हैं जैसे कोई भूल रहा हो मुझे,
आहिस्ता आहिस्ता l

Makes me Depressed daily,
This Evening . . .
Feels like that someone is forgetting me,
Slowly .

7 November 2016

715 ताज्जुब दुश्मन खैरियत दौर मुलाक़ात मक़्सद शायरी


715

Makasad, Intention

ताज्जुब  क़िजिएगा,
गर क़ोई दुश्मन भी आपक़ी खैरियत पूछ जाए ;
ये वो दौर हैं जहाँ,
हर मुलाक़ातमें मक़्सद छुपे होते हैं...
Don't get Surprised,
If a Rival asks your Well being ;
This the Era where,
Every meet has an Intention...

714 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


714

Mode, Turn

खामोश पलकोंसे जब आँसु आते हैं,
आप क्या जानों की आप कितने याद आते हैं,
हम आज भी उस मोड़पें खड़े हैं,
जहा आपने बरसो पहले कहा था 'ठहरो हम अभी आते हैं...'

When Tears flows from Silent Eyelids,
How you may know How you are Remembered,
I am still standing on that Turn,
Where you had said that 'Wait I will just come...'

713 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


713

Namak, Salt

किसने सागर,में
इतना नमक संजोया होगा;
सदियों साहिलपर बैठा,
कोई तो रोया होगा...!
Somebody has Dissolved
So much of Salt in the Ocean,
Sitting for Years on the Shores
He must have Cried...

712 हवा सियासते राख भड़का चिराग बुझ शायरी


712

Siyasat, Politics

हवाओंकी भी,
अपनी-अपनी सियासते हैं,
कहीं राखको भड़का देते हैं,
कहीं जलते चिराग बुझा देते हैं...
Wind also has,
Its own Politics,
Sometimes Flares the Ash,
Somewhere Extinguishes the Lamp... 

711 जेब छेद सिक्का रिश्ते सरक शायरी


711

Ched, Cut

"मेरी जेबमें ,
जरासा छेद क्या हो गया...
सिक्कोंसे ज़्यादा तो,
रिश्ते सरक गये...!!"
"In my Pocket ,
Was been a little Cut ...
More than Coins that ,
Relations slipped away...!!"

6 November 2016

710 कश्मकश ख्वाब रहमत मुकम्मल शायरी


710

Kashmakash, Annoyance

बड़ी कश्मकश हैं मौला,
थोड़ी रहमत कर दे,
या तो ख्वाब दिखा,
या उसे मुकम्मल कर दे...!
Big Annoyance is there oh God,
Offer little Mercy,
Either Don't show Dreams,
Or Fulfil it...!

709 दिल टूट तारा फ़रियाद मुराद शायरी


709

Murad, Demand

टूटा तारा देखकर दिलने कहां
मांग ले तू फ़रियाद कोई,
मैने कहां जो खुद टूट रहा हैं,
कैसे पूरी करेगा वो मुराद कोई

Watching a Shooting Star Heart said
Ask for a Wanting,
I said The one who is already Broken,
How may complete the Demand...

707 ज़ुल्म मिल इन्तेहा शायरी


707

Julm, Victimization

तुम अपने ज़ुल्मकी,
इन्तेहा कर दो,
नां जाने फिर कोई हमसा,
मिले ना मिले……

You pursue Test of your Victimization,
Who knows...
Inarticulate Like me,
may you find or not.......

708 दिल खूबसूरत चेहरे चाहत निखर संवर शायरी


709

Khoobsurati, Beauty

कौन कहता हैं संवरनेसे,
बढ़ती हैं खूबसूरती
दिलोंमें चाहत हो तो,
चेहरे यूँ ही निखर आते हैं..!
Who says makeup only
Can glare Beauty...
With Wish in The Heart
Faces Simply Sparkles...!

706 लब नाम लम्हा ज़रूर इंसान भक्ति समय शायरी


706

Bhakti, Devotion

ज़रूरी नहीं कि हर समय,
लबोंपर भगवानका नाम आये,
वो लम्हा भी भक्तिसे कम नहीं जब,
इंसान इंसानके काम आये ! ! !
Its not Necessary every time,
To Remember God,
That moment is also Equivalent to Devotion
When  Human helps another Human ! ! !

705 उजाले चिराग बुझ आशियाने शिकायत अँधेरे याद शायरी


705

Chirag, Lamp

मैं तो चिराग हुँ तेरे आशियानेका,
कभी ना कभी तो बुझ जाऊंगा,
आज शिकायत हैं तुझे मेरे उजालेसे,
कल अँधेरेमें बहुत याद आऊंगा...
I am a Lamp of your House,
At some time i shall be Extinguished,
Today you have complaint of my Light,
Tomorrow I will be Remembered in Darkness...

703 मोहब्बत जुनून कहानी अजीब खोने डर शायरी


703

Junoon, Passion

जुनून--मोहब्बतकी,
कहानी भी अजीब हैं...
जिसको पाया ही नहीं कभी,
उसे खोनेसे डरता हूँ......
Passion of Love is
a Strange Story ...
Which is not Acquired even,
There is Fear of  Loosing it .......

704 प्यार नसीब नफरत बेपनाह हाथ बात शायरी


704

Naseeb, Luck

नसीब नसीबकी बात होती हैं...
कोई नफरत देकर भी बेपनाह प्यार पाता हैं...
और कोई बेपनाह प्यार देकर भी यहाँ...
बस खाली हाथ रह जाता हैं...

Its a matter of Luck...
One Gets ample Love even after giving Resentment...
And someone offering Immense Love here...
Remains Empty forever...

702 साथ बैठ दर्द खैरियत शायरी


702

Khairiyat, All is Well

कभी साथ बैठो तो कहूँ,
की क्या दर्द हैं मेरा...
तुम दूरसे पूछोगे तो,
खैरियत ही कहूँगा !

Sit for a while with me
So that I may express my Pain,
If you ask from a Distance
I will say All is Well !

701 सूख जिस्म झुक बोझ धोखा ठहर सजदे शायरी


701

Sajda, Immobilize

ये सारा जिस्म झुककर बोझसे दुहरा हुआ होगा,
मैं सजदेमें नहीं था आपको धोखा हुआ होगा,
यहाँ तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियाँ,
मुझे मालूम हैं पानी कहाँ ठहरा हुआ होगा !

The whole bold would have folded in two by Leaning,
I was Immobilize You would have been mislead
Rivers gets dried up till the time they reach here
I know where the Water is Stuck up !!

5 November 2016

700 इंसानियत सीख भुलना भगवान भुत इंसान शायरी


700

Insaniyat, Humanity

भगवान हैं या नहीं पता नहीं,
भुत हैं या नही पता नहीं,
इंसान हैं तु ये ना भुलना कभी,
इंसानियत थोडी सीख तो सहीं...

Don't know whether God exists or not,
Don't know whether Devil exists or not,
Never forget you are a Human Being,
Learn some Humanity although...