13 March 2017

1085 आदत बेबस फूल खुशबू सजा शायरी


1085
हम तो फूलोंकी तरह,
अपनी आदतसे बेबस हैं...
तोडनेवालेको भी,
खुशबूकी सजा देते हैं...!!!

1084 खुशियाँ तकदीर तस्वीर मुस्कुरा शायरी


1084
खुशियाँ तो,
तकदीरमें होनी चाहिये l
तस्वीरोंमें तो,
हर कोई मुस्कुराता हैं...ll

1083 नजदीक जिन्दगी भरोसा कहना बताया शायरी


1083
रखा करो नजदीकीयाँ,
जिन्दगीका कुछ भरोसा नहीं ...
फिर कहना चले भी गये,
और बताया भी नहीं

1082 ज़िन्दगी साँस यकीन बदल शायरी


1082
तुम्हारे बदल जानेपर,
मुझे आज भी यकीन नहीं आता l
ज़िन्दगी साँस लेनेको मना कर दे,
यह कौन मानेगा...?

1081 ज़िंदगी मंज़िल डर रास्ते परेशानि टूट ज़रूरत भूल शायरी


1081
मंज़िलोंसे अपनी डर ना जाना,
रास्तेकी परेशानियोंसे टूट ना जाना,
जब भी ज़रूरत हो ज़िंदगीमें किसी अपनेकी,
हम आपके अपने हैं ये भूल ना जाना...

12 March 2017

1079 परिंदा मंजिल लोग खामोश हुनर बोल शायरी


1079
मिलेगी परिंदोंको मंजिल,
ये उनके पर बोलते रहते हैं, 
कुछ लोग खामोश हैं लेकिन
उनके हुनर बोलते हैं…

1080 रिश्ते मुश्किल पानी आसान लिख मिट्टी शायरी


1080
रिश्ते बनाना इतना आसान होता हैं,
जैसे ''मिट्टी'' से ''मिट्टी'' पर ''मिट्टी'' लिखना ॥
लेकिन... 
रिश्ते निभाना उतना ही मुश्किल होता हैं,
जैसे ''पानी'' पर ''पानी'' से ''पानी'' लिखना ॥

1078 मुसीबत शख्सियत यार उभर झरना काम चट्टान उलझ शायरी


1078
"मुसीबतौंसे ही उभरती हैं,
शख्सियत यारों...
जो चट्टानोंसे उलझे,
वो झरना किस कामका...."

1077 उम्र कैद रिहाई मुमकिन जमानत रिश्ते शायरी


1077
उम्र कैदकी तरह होते हैं,
कुछ रिश्ते,
जहाँ जमानत देकर भी,
रिहाई मुमकिन नहीं !!!

1076 ज़िंदगी हस्ती मिट आशियाँ मुस्किल समझा अपना बना पल शायरी


1077
हस्ती मिट जाती हैं,
आशियाँ बनानेमें,
बहुत मुस्किल होती हैं
अपनोंको समझानेमें,
एक पलमेंमे किसीको
भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती हैं,
किसीको अपना बनानेमें...

11 March 2017

1075 दिल जीत नजर भीड़ नजर असर वादा मुस्कुरा रख आँख समंदर शायरी


1075
दिल जीत ले, वो नजर...
हम भी रखते हैं l
भीड़में नजर आये...
वो असर हम भी रखते हैं l
युँ तो वादा किया हैं किसीसे,
मुस्कुरानेका वरना…l
आँखोंमें समंदर,
हम भी रखते हैं ll

1074 सोंच महंगी चीज़ सस्ती सामान सम्मान शायरी


1074
सोंचे,
तब तक कमाओ जब तक,
महंगी चीज़ सस्ती ना लगे
चाहे वो सामान हो,
या सम्मान हो. . . 

1073 जीवन प्रारम्भ घबर पगले दुःख रोने शायरी


1073
क्यों घबराता हैं पगले,
दुःख होनेसे l
जीवन तो प्रारम्भ ही हुआ हैं,
रोनेसे l

1072 देखी दरार आईने पता नहीं शीशा शायरी


1072
देखी हैं "दरार" आज मैने आईनेमें…
पता नहीं शीशा टुटा हुआ था...
या फिर..."मैं"...!

1071 दुनियाँ खोज काम बेहद मुश्किल शायरी


1071
दुनियाँका बेहद मुश्किल काम...
"अपनों " में से,
"अपनों " को खोजना…"!

10 March 2017

1070 रूला मुस्कुरा हँस सवाल खुशी शायरी


1070
रूलाकर उसने मुझसे कहां...
अब मुस्कुराओ !
मैं हँस पडा...
क्योकी सवाल हँसीका नहीं...
उसकी खुशीका था ......!!!

1069 कल रात ख्वाब आँख आँसू ठुकरा रुला शायरी


1069
"कल रात वो मिली ख्वाबमें,
हमने पूछा क्यों ठुकराया आपने,
जब देखा तो उनकी आँखोंमें भी आँसू थे,
फिर कैसे पूछता... क्यों रुलाया आपने ?"

1068 दिल आग महसूस जुदा वफ़ा खफ़ा शायरी


1068
आग दिलमें लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए !

1067 महफ़िल यार ख़बर ‪जिंदा‬ ‪वजह शायरी


1067
हम आते हैं "‪महफ़िल‬" में,
तो सिर्फ एक ही ‪वजहसे...
यारों‬को रहें ख़बर की,
अभी हम ‪जिंदा‬ हैं...!

1066 महफ़िल यार ख़बर ‪जिंदा‬ ‪वजह शायरी


1066
बहुत थे मेरे भी,
इस दुनियाँमें अपने,
फिर हुआ इश्क और...
हम लावारिस हो गए...!