13 April 2017

1205 मोहब्बत कश्ती सफ़र नजरे डूब शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


1205
रातकी गहराई आँखोंमें उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकोंसे बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई l

1204 तूफान जिंदगी पता हाथ छोड़ पकड़ भाग शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


1204
तूफान भी आना जरुरी हैं,
जिंदगीमें तब जाकर पता चलता हैं की,
कौन हाथ छोड़कर भागता हैं,
और कौन हाथ पकड़कर...

1203 अजीब सवाल चुप यार मर शायरी


1203
इतना अजीब सवाल था उनका,
की हम चुपसे हो गये यारों...
वो बोले, हमपें मरते हो ना,
तो मरते क्यूँ नहीं......

1201 दोस्त इशारा याद पल सच्चे गुजार अफ़साना मौत शायरी


1201
दोस्तको दोस्तका इशारा याद रहता हैं l
हर दोस्तको अपना दोस्ताना याद रहता हैं l
कुछ पल सच्चे दोस्तके साथ तो गुजारो,
वो अफ़साना मौततक याद रहता हैं ll

1202 सीख मोहब्बत बेमिसाल शायरी


1202
सीखकर गयी हैं,
वो मोहब्बत मुझसे...!
जिससे भी करेगी,
बेमिसाल करेगी...!!!

9 April 2017

1200 सादगी झुक गिर समझ शायरी


1200
हम सादगीमें,
झुक क्या गए...
तुम तो हमें,
गिराहुआ समझने लगे...

1199 दिल दुआ चाहत खुशी ईमान हसरतें मुस्कराए जान शायरी


1199
एक दुआ मांगते हैं हम अपने भगवानसे...
चाहते हैं आपकी खुशी पुरे ईमानसे...
सब हसरतें पुरी हो आपकी,
और आप मुस्कराए दिल-ओ-जानसे...!

1198 दानिस्ता ठोकर मर आगोश हवा सागर चाँदनी शायरी


1198
फिर वो दानिस्ता ठोकर खाईये,
फिर मेरी आगोशमें खो जाईये,
ये हवा, सागर ये हलकी चाँदनी,
जीमें आता हैं, यहीं मर जाईये...

1197 प्यार जता तारीख इजहार मोहब्बत फुर्सत शायरी


1197
तारीखोंमें बंध गया हैं अब,
इजहार-ए-मोहब्बत भी ll 
रोज प्यार जतानेकी,
अब किसीको फुर्सत कहां ll

1196 करीब चेहरे सबक सीख शायरी


1196
फिर करीबसे,
कुछ चेहरे पढ़े...
और न जाने कितने,
सबक सीख लिए।

7 April 2017

1195 दिल आफत बिखरे रख्खे फेंके वक्त गुज़र झुलस खत गुलाब खुशबु इत्र दराज़ शायरी


1195
आफत हैं तेरे खतके,
बिखरे हुवे टुकड़े...
रख्खे भी नहीं जाते,
फेंके भी नहीं जाते
वक्त गुज़र गया झुलसके,
गुलाबकी पंखुडिंयोंको देखते,
पर उसके खुशबुकी महेक,
आजभी दिलसे हीं उतरती,
किसी इत्रकी दराज़से.......

1194 जिन्दगी इश्क ज़्यादा ग़म शायरी


1194
आधेसे कुछ ज़्यादा हैं .......
पूरेसे कुछ कम.....
कुछ जिन्दगी...
कुछ ग़म …....
कुछ इश्क.....
कुछ हम…

1193 धडकन खास बात दीदार बाजार साफ़ सुन शायरी


1193
धडकनोकी यहीं तो खास बात हैं...
उनका दीदार हो बस.......
भरे बाजारमें भी ,
साफ़ सुनाई पडती हैं…….

1192 जीवनका फैसला अनमोल लफ्ज अनमोल शायरी


1192
उसके जीवनका हर फैसला,
मेरे लिए अनमोल था, क्योंकि...
उसने हर फैसलेमें सिर्फ एक ही लफ्ज कहां,
"जैसा तुम कहो ll"

1191 जिन्दगी जरूरत नाम ख्वाहिश फ़कीर बादशाह अधुरी शायरी


1191
जिन्दगी जरूरतोंका नाम हैं,
ख्वाहिशोंका नहीं...
जरूरत फ़कीरोंकी भी पूरी हो जाती हैं ;
ख्वाहिशों बादशाहोंकी भी अधुरी रह जाती हैं...!

4 April 2017

1190 प्यार दिल दोस्ती भरोसा तोड़ गुलाब जिन्दगी जरूरत नाम जोड़ टूट शायरी


1190
प्यारमें कोई तो दिल तोड़ देता हैं...
दोस्तीमें कोई तो भरोसा तोड़ देता हैं...
जिन्दगी जीना तो कोई,
गुलाबसे सीखे.....
जो खुद टूटकर...
दो दिलोंको जोड़ देता हैं !!!

1189 मशवरा खूब खुश वजह शायरी


1189
मशवरा तो खूब देते हो,
"खुश रहा करो" ll
कभी कभी वजह भी,
बन जाया करो…!

1188 मशवरा खूब खुश वजह शायरी


1188
न दवा, न दुआ...
यह मोहब्बत हैं मेरे यार l
इसमे भूलते नहीं...
रोजाना मरते हैं हजार बार ll

1187 पता मुसाफीर मशवरा शहर बीच रास्ते शायरी


1187
हमे पता हैं,
तुम मुसाफीर कहीं औरके हो,
हमारा शहर तो,
युँही बीच रास्तेमें  गया था।

1186 हकीक़त ख्वाब शिकायत मजाक इत्तेफाक याद सिद्दत शायरी


1186
हकीक़त कहो, तो उनको ख्वाब लगता हैं ...
शिकायत करो, तो उनको मजाक लगता हैं
कितने सिद्दतसे उन्हें याद करते हैं हम …....
और एक वो हैं… जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता हैं……