5 August 2016

471 प्यार दीवानगी सज़ा इंतज़ार दर्द लोग आँसू निशानी शायरी


471

Nishani, Manifestation

इस बहते दर्दको मत रोको,
ये तो सज़ा हैं किसीके इंतज़ारकी;
लोग इन्हे आँसू कहें या दीवानगी,
पर ये तो निशानी हैं किसीके प्यारकी

Do not stop this Living Pain,
This the Punishment of Anticipation for One;
May people call it Tears or Obsession,
Though the Manifestation of  In Love...

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