24 August 2016

510 जिन्दगी बादशाह ख्वाहिश अधुरी नाम फ़कीर जरूरत शायरी


510

Jaruraten, Needs

जिन्दगी जरूरतोंका नाम हैं,
ख्वाहिशोंका नहीं…
जरूरत फ़कीरोंकी भी पूरी हो जाती हैं, और
ख्वाहिशें बादशाहोंकी भी अधुरी रह जाती हैं

Life is The name of Needs,
Not of Desires...
Needs of Faquir are also Fulfilled, And
Desires of Kings remained Incomplete...

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