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Kitab, Book
एक किताबकी तरह
हूँ मैं,
कितनी भी पुरानी
हो जाए...
पर उसके अल्फ़ाज़
नहीं बदलेंगे;
कभी याद आये
तो,
पन्ने पलटकर
देखना...
हम कल जैसे
थे, आज
भी वैसे हैं,
और...
कल भी वैसे
ही मिलेंगे...!
I am Like a Book,
May it become Older and Older...
Its Wording will not Change;
If you memories,
Flip the Pages...
Today I am, as was Like Before
And...
In fortune will be the Same...!
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