2 August 2016

458 आशियाने दरवाज़े बड़े पैसे क़मा क़द शायरी


458

Kad, Stature

"दरवाज़े बड़े क़रवा लिए हैं,
अब हमने भी अपने आशियानेक़े...
क्योंकि कुछ दोस्तोंक़ा,
बड़ा हो गया हैं चार पैसे क़माकर...!!!"

Have extended Doors,
Of my House now...
Because Few Friends Stature,
has increased with few Earned Penny...!!!

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