9 August 2016

492 दूर कलम लब लफ़्ज़ साथ क़हर शायरी


492

क़हर, Havoc

वो साथ थे तो,
एक लफ़्ज़ ना निकला लबोंसे,
दूर क्या हुए...
कलमने क़हर मचा दिया...

When She was along with me,
No word was uttered,
Went apart so...
Pen created Havoc...

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