4 August 2016

468 यकीं अंधेरें दोस्त साया शायरी


468

Saya, Shadow

अपने सायेंसे भी ज्यादा यकीं,
मुझे तुझपर हैं मेरे दोस्त...
क्युँकी अंधेरेंमें तू मिल जायेगा,
साया नहीं...

I believe in you my Friend,
More than my Shadow...
Because you will be Available,
In Darkness, Not Shadow....

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