6 December 2017

2041 - 2045 दिल मोहब्बत प्यार रिवायत इश्क़ तकिये तस्वीर ख़याल बेपनाह बवाल उम्र मुसीबत शायरी


2041
तकियेके नीचे दबाकर रखें हैं...
तुम्हारे ख़याल... 
एक तस्वीर...
बेपनाह इश्क़...
और बहुत सारे बवाल.......!

2042
मत हो उदास इतना किसीके लिये...
ए दिल...
किसीके लिए जान भी दे देगा...
तो लोग कहेंगे इसकी उम्र ही इतनी थी...

2043
मुझे अपनी बुजुर्गोकी हिदायत काम आती हैं
मुसीबतकी घड़ीमें ये आदत काम आती हैं
दिलोंके फैसले यारो अदालत कर नहीं सकती।
यहा तो बस मोहब्बतकी रिवायत काम आती हैं

2044
सज़ा बन जाती हैं,
गुज़रे हुए वक़्तकी यादें,
ना जाने क्यों छोड़ जानेके लिये...
मेहरबान होते हैं लोग...!
परवीन शाकिर

2045
वादेपें वो ऐतबार नहीं करते,
हम जिक्र मोहब्बत सरे बाजार नहीं करते,
डरता हैं दिल उनकी रुसवाईसे,
और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते l
                                                         मिर्झा गालिब

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