15 August 2018

3166 - 3170 दिल मोहब्बत उल्फत जिंदगी जजबात तोहफा ख्याल मौत आँसू यकीन ऐतबार इंतज़ार अजीब शायरी


3166
रातको रातका...
तोहफा नहीं देते,
दिलको जजबातका...
तोहफा नहीं देते,
देनेको तो हम आपको,
चाँद भी देते,
मगर चाँदको चाँदका...
तोहफा नहीं देते...!

3167
बहुत चाहा उसको,
जिसे हम पा सके,
ख्यालोंमें किसी औरको ला सके...
उसको देखके,
आँसू तो पोंछ लिए,
लेकिन किसी औरको देखके,
मुस्कुरा सके...

3168
हमें तो उनसे मोहब्बत हैं,
मौतसे भी प्यार हैं,
उनपर पूरा यकीन और...
मौतपर पूरा ऐतबार हैं,
देखते हैं पहले कौन आता हैं,
मुझको दोनोंका इंतज़ार हैं...!

3169
अजीब रंगोमें गुजरी हैं,
मेरी जिंदगी...
दिलोंपर राज़ किया,
पर मोहब्बतको तरस गए.......


3170
खुदा करे की मेरी ल्फतमें,
तुम यूँ उलझ जाओ;
मैं तुमको दिलमें भी सोचूं,
तो तुम समझ जाओ.......!

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