8 November 2016

719 जान दोस्त इंतज़ार शायरी


719

Dost, Friend

क्या मांगू खुदासे मैं,
आपको पानेके बाद...
किसका करू इंतज़ारमें,
आपके आनेके बाद...
क्यूँ दोस्तोंपर जान लुटाते हैं लोग,
मालूम हुआ आपको दोस्त बनानेके बाद...

What should I demand from God
After Securing You,
Whom for should I wait for
After your Arrival,
Why people sacrifices lives on Friends,
Came to know after making you my Friend...

718 जिन्दगी एहसान लिहाज शायरी


718

Lihas, Kindness

जिन्दगी जब देती हैं,
तो एहसान नहीं करती...
और
जब लेती हैं तो,
लिहाज नहीं करती ...!
Life when Gives,
Does not Favour...
And
When Takes,
Doesn't show Kindness ...!

717 ज़माना वफ़ादार बेवफ़ा शायरी


717

Wafadar, Faithful

ज़माना वफ़ादार नहीं,
तो क़्या हुआ...
बेवफ़ा भी तो अक़्सर,
अपने ही हुआरते हैं...
So what,
If Society is not Faithful...
Disloyal are always
Our Own Only...

716 उदास शाम भूल आहिस्ता शायरी


716

Udaas, Depress

उदास कर देती हैं हर रोज,
ये शाम मुझे . . .
लगता हैं जैसे कोई भूल रहा हो मुझे,
आहिस्ता आहिस्ता l

Makes me Depressed daily,
This Evening . . .
Feels like that someone is forgetting me,
Slowly .

7 November 2016

715 ताज्जुब दुश्मन खैरियत दौर मुलाक़ात मक़्सद शायरी


715

Makasad, Intention

ताज्जुब  क़िजिएगा,
गर क़ोई दुश्मन भी आपक़ी खैरियत पूछ जाए ;
ये वो दौर हैं जहाँ,
हर मुलाक़ातमें मक़्सद छुपे होते हैं...
Don't get Surprised,
If a Rival asks your Well being ;
This the Era where,
Every meet has an Intention...

714 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


714

Mode, Turn

खामोश पलकोंसे जब आँसु आते हैं,
आप क्या जानों की आप कितने याद आते हैं,
हम आज भी उस मोड़पें खड़े हैं,
जहा आपने बरसो पहले कहा था 'ठहरो हम अभी आते हैं...'

When Tears flows from Silent Eyelids,
How you may know How you are Remembered,
I am still standing on that Turn,
Where you had said that 'Wait I will just come...'

713 खामोश पलक आँसु ठहर मोड़ याद शायरी


713

Namak, Salt

किसने सागर,में
इतना नमक संजोया होगा;
सदियों साहिलपर बैठा,
कोई तो रोया होगा...!
Somebody has Dissolved
So much of Salt in the Ocean,
Sitting for Years on the Shores
He must have Cried...

712 हवा सियासते राख भड़का चिराग बुझ शायरी


712

Siyasat, Politics

हवाओंकी भी,
अपनी-अपनी सियासते हैं,
कहीं राखको भड़का देते हैं,
कहीं जलते चिराग बुझा देते हैं...
Wind also has,
Its own Politics,
Sometimes Flares the Ash,
Somewhere Extinguishes the Lamp... 

711 जेब छेद सिक्का रिश्ते सरक शायरी


711

Ched, Cut

"मेरी जेबमें ,
जरासा छेद क्या हो गया...
सिक्कोंसे ज़्यादा तो,
रिश्ते सरक गये...!!"
"In my Pocket ,
Was been a little Cut ...
More than Coins that ,
Relations slipped away...!!"

6 November 2016

710 कश्मकश ख्वाब रहमत मुकम्मल शायरी


710

Kashmakash, Annoyance

बड़ी कश्मकश हैं मौला,
थोड़ी रहमत कर दे,
या तो ख्वाब दिखा,
या उसे मुकम्मल कर दे...!
Big Annoyance is there oh God,
Offer little Mercy,
Either Don't show Dreams,
Or Fulfil it...!

709 दिल टूट तारा फ़रियाद मुराद शायरी


709

Murad, Demand

टूटा तारा देखकर दिलने कहां
मांग ले तू फ़रियाद कोई,
मैने कहां जो खुद टूट रहा हैं,
कैसे पूरी करेगा वो मुराद कोई

Watching a Shooting Star Heart said
Ask for a Wanting,
I said The one who is already Broken,
How may complete the Demand...

707 ज़ुल्म मिल इन्तेहा शायरी


707

Julm, Victimization

तुम अपने ज़ुल्मकी,
इन्तेहा कर दो,
नां जाने फिर कोई हमसा,
मिले ना मिले……

You pursue Test of your Victimization,
Who knows...
Inarticulate Like me,
may you find or not.......

708 दिल खूबसूरत चेहरे चाहत निखर संवर शायरी


709

Khoobsurati, Beauty

कौन कहता हैं संवरनेसे,
बढ़ती हैं खूबसूरती
दिलोंमें चाहत हो तो,
चेहरे यूँ ही निखर आते हैं..!
Who says makeup only
Can glare Beauty...
With Wish in The Heart
Faces Simply Sparkles...!

706 लब नाम लम्हा ज़रूर इंसान भक्ति समय शायरी


706

Bhakti, Devotion

ज़रूरी नहीं कि हर समय,
लबोंपर भगवानका नाम आये,
वो लम्हा भी भक्तिसे कम नहीं जब,
इंसान इंसानके काम आये ! ! !
Its not Necessary every time,
To Remember God,
That moment is also Equivalent to Devotion
When  Human helps another Human ! ! !

705 उजाले चिराग बुझ आशियाने शिकायत अँधेरे याद शायरी


705

Chirag, Lamp

मैं तो चिराग हुँ तेरे आशियानेका,
कभी ना कभी तो बुझ जाऊंगा,
आज शिकायत हैं तुझे मेरे उजालेसे,
कल अँधेरेमें बहुत याद आऊंगा...
I am a Lamp of your House,
At some time i shall be Extinguished,
Today you have complaint of my Light,
Tomorrow I will be Remembered in Darkness...

703 मोहब्बत जुनून कहानी अजीब खोने डर शायरी


703

Junoon, Passion

जुनून--मोहब्बतकी,
कहानी भी अजीब हैं...
जिसको पाया ही नहीं कभी,
उसे खोनेसे डरता हूँ......
Passion of Love is
a Strange Story ...
Which is not Acquired even,
There is Fear of  Loosing it .......

704 प्यार नसीब नफरत बेपनाह हाथ बात शायरी


704

Naseeb, Luck

नसीब नसीबकी बात होती हैं...
कोई नफरत देकर भी बेपनाह प्यार पाता हैं...
और कोई बेपनाह प्यार देकर भी यहाँ...
बस खाली हाथ रह जाता हैं...

Its a matter of Luck...
One Gets ample Love even after giving Resentment...
And someone offering Immense Love here...
Remains Empty forever...

702 साथ बैठ दर्द खैरियत शायरी


702

Khairiyat, All is Well

कभी साथ बैठो तो कहूँ,
की क्या दर्द हैं मेरा...
तुम दूरसे पूछोगे तो,
खैरियत ही कहूँगा !

Sit for a while with me
So that I may express my Pain,
If you ask from a Distance
I will say All is Well !

701 सूख जिस्म झुक बोझ धोखा ठहर सजदे शायरी


701

Sajda, Immobilize

ये सारा जिस्म झुककर बोझसे दुहरा हुआ होगा,
मैं सजदेमें नहीं था आपको धोखा हुआ होगा,
यहाँ तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियाँ,
मुझे मालूम हैं पानी कहाँ ठहरा हुआ होगा !

The whole bold would have folded in two by Leaning,
I was Immobilize You would have been mislead
Rivers gets dried up till the time they reach here
I know where the Water is Stuck up !!

5 November 2016

700 इंसानियत सीख भुलना भगवान भुत इंसान शायरी


700

Insaniyat, Humanity

भगवान हैं या नहीं पता नहीं,
भुत हैं या नही पता नहीं,
इंसान हैं तु ये ना भुलना कभी,
इंसानियत थोडी सीख तो सहीं...

Don't know whether God exists or not,
Don't know whether Devil exists or not,
Never forget you are a Human Being,
Learn some Humanity although...

699 हाथ रेखा जगह किस्मत दौर हुक्म सबक शायरी


699

Sabak, Lesson

जब जब जागा तब तब तुझेही देखा,
और तुने बनादी मेरे हाथोंकी रेखा,
जगह बदली तेरे हुक्मसे,
किस्मतका कहां माना,
और हर दौरमें नया सब सीखा ll

Whenever I woke up I saw you only
And you Created Line on my Palm,
Changed the place by your Order
Accepted as a Fate,
And Each round Learned a New Lesson.

698 परखता सबूत इंसान शायरी


698

Saboot, Evidence

मैं हर बार परखता हूँ की,
भगवान " हैं की नहीं ?
पर उसने एक बार भी सबूत नहीं मांगा,
की मैंइंसान " हूँ या नहीं ?

I always Ordeal,
Does " God " Exists or not ?
But he didn't asked for an Evidence
That Whether am  I " Human " Being or not ?

697 बेवक्त बेवज़ह दुश्मन हरा हार मुस्करा शायरी


697

Haar, Relinquish

हम बेवक्त बेवज़ह,
मुस्करा देते हैं...
कई दुश्मनोंको हम,
यूँ ही हरा देते हैं......
Unseasonably Thoughtlessly 
I smile,
To lot many Enemies
I Relinquish in this way...

696 उम्र कील तस्वीर तारीफ़ बोझ शायरी


696

Boz, Burden

उम्रभर उठाया,
बोझ उस कीलने...
और लोग तारीफ़,
तस्वीरकी करते रहें...

Raised for the Life
Burden by the Nail ...
And people Appreciated
The Photo frame ...

3 November 2016

695 दिल समझ नादान बरस दुवा शायरी


695

Duwai, Pray

कितना नादान हैं,
दिल समझता ही नहीं...
आज बरसो बाद भी उन्हें देखा,
तो दुवाएँ न्हीके लिये मांग बैठा...

How Mad is,
Heart doesn't Understand...
Today Seen her after Long Years,
I Prayed only for her, though...

694 गज़ल रूप गुनगुनाए ढल उदास लम्हें शायरी


694

Lamhe, Moments

गज़लके रूपमें,
काश मैं भी ढल जाऊ कभी...
उदास लम्होंमें शायद,
तु गुनगुनाए मुझे भी...

In the Form of Poem,
I wish I would sink in sometimes...
Perhaps in the Sad Moments,
You hum me too...

693 नायाबसा तराश हद गुज़र चमक हीरा शायरी


693

Hira, Diamond

नायाबसा हीरा बनाया हैं,
रबने हर किसीको...
पर चमकता वहीं हैं जो,
तराशनेकी हदसे गुज़रता हैं...!

Rare kind of Diamond is made
The God of Everyone...
But Glows the one
Which crosses the Limit of Cutting... !

691 संवर निखर शौक आईना शायरी


691

Aayina, Mirror

वैसे तो संवरनेका शौक,
हमे नहीं था मगर...
आप सामने बैठे,
आईना बनकर...
तो निखरतें गये हम......

That way I was not fond of
Beatify myself but...
You being in front of me,
Like a Mirror...
I am getting Sparkled.......

692 नायाबसा तराश हद गुज़र चमक हीरा शायरी


692

Wajah, Reason

सब सो गये ख़ुशी ख़ुशी,
अपना हाल-ए-दिल सुनाकर...
काश मेरा भी कोई अपना होता,
जो मुझसे मेरी जागनेकी वजह पूछता...

Everybody slept Happily
Telling their Story of Heart,
Someone would have been mine
Who would asked Reason of Being Awake...

2 November 2016

690 लहरे साहिल समन्दर सोच समझ बेवफा वफ़ा शायरी


690

Wafa, Faithfulness

 जाने क्या सोचकर,
लहरे साहिलसे टकराती हैं,
और फिर समन्दरमें लौट जाती हैं...
समझ नहीं आता के,
साहिलसे बेवफाई करती हैं,
या फिर लौटकर समन्दरसे,
वफ़ा निभाती हैं...

Who knows the Thinking of
Waves strikes the Shore
And Returns to Sea...
Do not Understand
Its Infidelity with Shore
Or on return Faithfulness
With the Sea...


688 जिंदगी गिनती शायर शायरी


688

Shayar, Poet

जिंदगीमें अगर,
तुम ना होते...
तो आज शायरोंकी गिनतीमें
हम ना होते...
In the Life if
You were not there...
In the count of Poets
I would not have been there...

689 आँख आँसू रोना खोना डर शायरी


689

Darr, Fear

काश तू मेरी आँखोंका,
आँसू बन जाये...
तो मैं रोना छोड़ दूँ,
तुझे खोनेके डरसे...

I wish You become
Tear of my Eyes...
I will stop Crying,
In the Fear of Loosing You...

687 खुश बगैर कागज़ कलम आँसू शायरी


687

Ansoo, Tear

लिखना तो ये था...
खुश हूँ तेरे बगैर भी,
पर कलमसे पहले...
आँसू कागज़पर गिर गया......

Wish to Write That...
I am Happy without You,
But before writting...
Tear fall on the Paper.......

686 दोस्ती भीड़ जमीन भूल दोस्त शायरी


686

Dost, Friends

खुदाने कहाँ दोस्ती ना कर,
दोस्तोंकी भीड़में तू खो जायेगा l
मैने कहाँ एक बार जमीनपर आकर,
मेरे दोस्तोंसे तो मिल...
तू ऊपर जाना भूल जाय गा...ll
God advised not to make Friendship,
You will be Lost in the Rush of Friends,
I said Once arrive on the Land,
See my Friends...
You will forget to return back.......