29 March 2017

1157


तेरे हुस्न को पर्दे की
जरूरत ही क्या है फ़राज़।
कौन रहता है
होश मे तुझे देखने के बाद . . . . . . .

1156


दीदार के काबिल
कहाँ मेरी नजर है फ़राज़।
ये तेरी इनायत है के
रुख तेरा इधर है......

28 March 2017

1155


देख ली तेरी इमानदारी दिल
तू मेरा और...
फिक्र किसी और की...?

1154


ख़ामोशियाँ भी
अजीब रिश्ता निभाती है...
लब अक्सर खुलते हैं ,
पर कभी आवाज़ नहीं आती है...

1153


तुमने अभी देखी ही कहां है,
हमारी फूलों जैसी वफा,
हम जिस पर खिलते हैं,
उसी पर मुरझा जाते हैं...

1152


यूँ तो ज़िन्दगी तेरे सफर से
शिकायते बहुत थी...
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे
तो कतारे बहुत थी..!!

1151


हर बार यही होता है मेरे साथ,
हर एक रिश्ता नयी चोट दे जाता है !!

27 March 2017

1150


किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह;
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह;
किसे ख़बर थी बढ़ेगी कुछ और तारीकी;
छुपेगा वो किसी बदली में चाँदनी की तरह।

1149


एक और शाम बीत चली है
उन्हें चाहते हुए,
वो आज भी बे-खबर है
बीते हुए कल की तरह...

1148


कितने खुबसूरत हुआ करते थे,
बचपन के वो दिन...
के सिर्फ दो उंगलिया जुडने से,
दोस्ती फिर शुरू हो जाती थी . . . !

1147


उजड़े हुए गुलशन को
फिर से आबाद मत कर,
उसके हसीन फूलों को
तू फिर से याद मत कर,
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को,
फिर से बर्बाद मत कर...!

1146


हमें कहाँ मालुम थे 
इश्क़ के मायने हज़ूर...
बस वो मिले और
जिंदगी मोहब्बत बन गयी !!!

26 March 2017

1145


बिकती है ना ख़ुशी कहीं,
ना कहीं गम बिकता है...
लोग गलतफहमी में हैं,
कि शायद कहीं मरहम बिकता है...

1144


शुक्र है खुदा,
इन आंसुओं का
कोई रंग नहीं होता ,
वरना ये तकिये
हमारे कई राज खोल देते ...

1143


, आज लिख दूं,
कुछ तेरे बारे में...
पता है तू ढुंडता है खुद को ;
मेरे अल्फाजों में...

1142


वक़्त नूर को बेनूर बना देता है,
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना
पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है . . .

1141


दिन बीत जाते हैं कहानी बनकर,
यादें रह जाती हैं निशानी बनकर,
पर रिश्ते हमेशां रहते हैं…
कभी होठों की मुस्कान बनकर,
तो कभी आँखों का पानी बनकर… !

25 March 2017

1140


बड़ी हसीन थी ज़िन्दगी जब
ना किसी से मोहब्बत थी
ना किसी से नफरत थी....!
फिर ज़िन्दगी में एक ऐसा मोड़ आया
कि मोहब्बत एक से और
नफरत सारी दुनिया से हो गयी…!!!

1139


एक हमसफर वो होता है
जो पूरी जिंदगी साथ निभाये..,
और एक हमसफर वो जो
चंद लम्हो में पूरी जिंदगी दे जाये !!

1138


याद रखते हैं हम आज भी
उन्हें पहले की तरह;
कौन कहता है फासले
मोहब्बत की याद मिटा देते हैं।