4 November 2019

4976 - 4980 दुनिया अमीर दौलत रिश्ते प्यार तारीफ क़ाबिल किस्मत चेहरे बात दिल शायरी


4976
अमीर तो हम भी बहुत थे,
पर दौलत सिर्फ दिलकी थी;
खर्च भी बहुत किया दोस्त,
पर दुनियामें गिनती सिर्फ नोटोंकी हुई...

4977
छोटी छोटी बातें दिलमें रखनेसे,
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं...

4978
प्यारमें कोई तो दिल तोड देता है,
दोस्तीमें कोइ तो भरोसा तोड देता है;
जीन्दगी जीना तो कोइ गुलाबसे सीखे,
जो खुद टुट कर दो दिलोको जोड देता हैँ...

4979
कहाँसे लाऊं वो शब्द,
जो तेरी तारीफके क़ाबिल हो;
कहाँसे लाऊं वो चाँद,
जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो;
मेरे "मेहबूब",
एक बार बता दे मुझकों...
कहाँसे लाऊं वो किस्मत,
जिसमें तु बस मुझे हांसिल हो...!

4980
किसने हाँ,
बढती उम्र सुंदरताको,
कम करती है...
ये तो बस,
चेहरेसे उतरकर,
दिलमें जाती है...!

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