4976
अमीर तो हम
भी बहुत थे,
पर दौलत सिर्फ
दिलकी थी;
खर्च भी बहुत
किया ए दोस्त,
पर दुनियामें गिनती
सिर्फ नोटोंकी
हुई...
4977
छोटी छोटी बातें
दिलमें रखनेसे,
बड़े बड़े रिश्ते
कमजोर हो जाते
हैं...
4978
प्यारमें कोई
तो दिल तोड
देता है,
दोस्तीमें कोइ
तो भरोसा तोड
देता है;
जीन्दगी
जीना तो कोइ
गुलाबसे सीखे,
जो खुद टुट
कर दो दिलोको जोड देता
हैँ...
4979
कहाँसे लाऊं
वो शब्द,
जो
तेरी तारीफके
क़ाबिल हो;
कहाँसे लाऊं
वो चाँद,
जिसमें
तेरी ख़ूबसूरती शामिल
हो;
ऐ मेरे "मेहबूब",
एक
बार बता दे
मुझकों...
कहाँसे लाऊं
वो किस्मत,
जिसमें
तु बस मुझे
हांसिल हो...!
4980
किसने कहाँ,
बढती उम्र सुंदरताको,
कम करती है...
ये तो बस,
चेहरेसे उतरकर,
दिलमें आ
जाती है...!
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