27 November 2019

5096 - 5100 याद सपने तरीके ठोकर आँसू दहलीज़ चोंट ठोकर मरहम शायरी


5096
सपने उन्हें आते होंगे,
हमे तो बस...
याद आती है.......!

5097
आँखोंकी दहलीज़पे आके,
सपना बोला आँसूसे...
घर तो आख़िर घर होता है,
तुम रह लो या मैं रह लूँ.......

5098
वो सपना देखो जो टूट जाये,
वो हाथ थामो जो छूट जाये;
मत आने दो किसीको करीब इतना,
कि उसके दूर जानेसे इंसान खुदसे रूठ जाये...

5099
यदि सपने सच नहीं हो,
तो तरीके बदलो;
सिद्धान्त नहीं l
पेड़ हमेशा पत्तियाँ बदलते हैं,
जड़ें नहीं ll

5100
तकदीर,
तेरे पैरोंको मरहम लगा दूँ...
कुछ चोंटे
तूझे भी आयी होंगी,
मेरे सपनोंको
ठोकर मारते मारते.......

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