15 November 2019

5036 - 5040 शौक नजरे वजह सजा नादांन मोहब्बत बात शायरी


5036
नही रहा जाता उनके बिना,
इसीलिए उनसे बात करते है...
वरना हमे भी कोई शौक नही,
है उन्हें यूँ सतानेका.......!

5037
ना ही बात करते हो और ना ही,
नजरे उठाकर देखते हो तुम...
बेवजह इतनी सजा दे रहे हो,
मुझे वजह तो बता देते तुम...!

5038
नादांन है बहुत वो,
ज़रा समझाइए उसे...
बात करनेसे,
मोहब्बत कम नहीं होती...!

5039
वो आज मुझसे,
कोई बात कहने वाली है...
मैं डर रहा हूँ के,
ये बात आख़िरी ही हो...

5040
करती है बार बार फोन,
वो ये कहनेके लिए...
"की जाओ,
मुझे तुमसे बात नहीं करनी...!"

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