19 February 2019

3941 - 3945 दास्ताँ ख़ुशी बात यार तमन्ना सूरत नगमें आँसू गहराई दिल शायरी


3941
इस दिलकी दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती हैं,
बड़ी मुस्किलसे इसे ख़ुशी नसीब होती हैं;
किसीके पास आनेपर ख़ुशी हो हो,
पर दूर जानेपर बड़ी तकलीफ होती हैं...!

3942
"दिलसे शायरी करना भी,
कोई मामूली बात नहीं हैं यारों...
जितनी गहरी "आह" होगी,
उतनी ही ज्यादा 'वाह' होगी..."

3943
तमन्नाओसे,
खेल रहा हैं दिल,
जीत मुमकिन नहीं,
और हार मंजूर नहीं...

3944
दिल हमारा भी,
कम खूबसूरत था;
मगर मरने वाले हर बार,
सूरतपें ही मरे.......!

3945
काश वो नगमें हमें सुनाए ना होते,
आज उनको सुनकर ये आँसू ना आए होते
अगर इस तरह भूल जाना ही था,
तो इतनी गहराईसे दिलमें समाए ना होते।।

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