3 November 2020

6726 - 6730 जिन्दगी होठ इश्क़ प्यार याद बर्बाद रिश्तें हिना मेहँदी शायरी

 

6726
होठोंपर हँसी हो तो,
हाथोंमें मेहँदी नहीं लगाई जाती हैं;
इश्क़ किसी औरसे हो तो,
किसी गैरसे शादी नहीं रचाई जाती हैं...

6727
लड़कीके हाथोंपर जब,
मेहँदी रचाई जाती हैं...
तो बहुत सारे रिश्तोंकी,
अहमियत बताई जाती हैं...

6728
किसी औरके रंगमें रंगने लगे हैं वो...
मेरी दुनिया बेरंग कर,
किसी गैरकी यादमें,
हँसने लगे हैं वो.......

6729
भीतर ही भीतर चिल्लाई होगी,
हाथोंमें जब मेहँदी सजाई होगी...
मैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकी,
ये बात उसने खुदको समझाई होगी...

6730
मेरे प्यारकी मेहँदी सजाकर,
किसी औरका घर बसाने चली हैं वो...
मुझे बर्बाद करके किसी औरको,
बर्बाद करने चली हैं वो.......

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