30 November 2020

6831 - 6835 दिल दर्द तस्वीर गम मोहब्बत सफ़र आँख आँसू शायरी

 

6831
कम नहीं हैं आँसू,
मेरी आँखोंमें मगर...
रोता नहीं कि उनमें,
उसकी तस्वीर दिखती हैं...

6832
रोनेवाले तो,
दिलमेंही रो लेते हैं ;
आँखोंमें आँसू आयें,
ये ज़रूरी तो नहीं !!!

6833
वापसीका सफ़र अब,
न मुमकिन होगा...l
हम निकल चुके हैं,
आँखसे आँसूकी तरह...ll

6834
हमारे दिलमें न आओ,
वर्ना डूब जाओगे...
गमके आँसूका,
समंदर हैं मेरे अन्दर...

6835
मेरे आँसुओंकी कीमत,
तुम चुका पाओगे...
मोहब्बत ले सके,
तो दर्द क्या खरीदोगे.......

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