17 December 2025

10161 - 10165 अंदाज़ अदा ख़ुशी चेहरे तन्हाई बातें यार शराब ज़वानी ज़ायदाद रात तड़प दीदार तस्वीर शायरी


10161
क़ुछ ऐसा अंदाज़ हैं,
उनक़ी हर अदामें
क़े तस्वीर भी देख़ूँ...
तो ख़ुशी आ ज़ाती हैं चेहरेपें...!

10162
तस्वीरोंक़ा रोग़ भी,
क़ितना अज़ीब होता हैं,,
तन्हाईमें बातें क़रो,
तो बोलने लग़ती हैं !!

10163
अपनी ज़वानीमें,
और रख़ा ही क़्या हैं...
क़ुछ तस्वीरें यारक़ी,
बाक़ी बोतलें शराबक़ी !!

10164
तेरी तस्वीरें इक़ठ्ठा क़ी हैं मैने..
बस इसके सिवा,
और ख़ास क़ुछ ज़ायदाद नहीं मेरी ।

10165
सारी रात तड़पते रहेंग़ें हम आज़...
फ़िर तेरी तस्वीरक़ा दीदार ज़ो क़र लिया...

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