5 November 2016

699 हाथ रेखा जगह किस्मत दौर हुक्म सबक शायरी


699

Sabak, Lesson

जब जब जागा तब तब तुझेही देखा,
और तुने बनादी मेरे हाथोंकी रेखा,
जगह बदली तेरे हुक्मसे,
किस्मतका कहां माना,
और हर दौरमें नया सब सीखा ll

Whenever I woke up I saw you only
And you Created Line on my Palm,
Changed the place by your Order
Accepted as a Fate,
And Each round Learned a New Lesson.

698 परखता सबूत इंसान शायरी


698

Saboot, Evidence

मैं हर बार परखता हूँ की,
भगवान " हैं की नहीं ?
पर उसने एक बार भी सबूत नहीं मांगा,
की मैंइंसान " हूँ या नहीं ?

I always Ordeal,
Does " God " Exists or not ?
But he didn't asked for an Evidence
That Whether am  I " Human " Being or not ?

697 बेवक्त बेवज़ह दुश्मन हरा हार मुस्करा शायरी


697

Haar, Relinquish

हम बेवक्त बेवज़ह,
मुस्करा देते हैं...
कई दुश्मनोंको हम,
यूँ ही हरा देते हैं......
Unseasonably Thoughtlessly 
I smile,
To lot many Enemies
I Relinquish in this way...

696 उम्र कील तस्वीर तारीफ़ बोझ शायरी


696

Boz, Burden

उम्रभर उठाया,
बोझ उस कीलने...
और लोग तारीफ़,
तस्वीरकी करते रहें...

Raised for the Life
Burden by the Nail ...
And people Appreciated
The Photo frame ...

3 November 2016

695 दिल समझ नादान बरस दुवा शायरी


695

Duwai, Pray

कितना नादान हैं,
दिल समझता ही नहीं...
आज बरसो बाद भी उन्हें देखा,
तो दुवाएँ न्हीके लिये मांग बैठा...

How Mad is,
Heart doesn't Understand...
Today Seen her after Long Years,
I Prayed only for her, though...

694 गज़ल रूप गुनगुनाए ढल उदास लम्हें शायरी


694

Lamhe, Moments

गज़लके रूपमें,
काश मैं भी ढल जाऊ कभी...
उदास लम्होंमें शायद,
तु गुनगुनाए मुझे भी...

In the Form of Poem,
I wish I would sink in sometimes...
Perhaps in the Sad Moments,
You hum me too...

693 नायाबसा तराश हद गुज़र चमक हीरा शायरी


693

Hira, Diamond

नायाबसा हीरा बनाया हैं,
रबने हर किसीको...
पर चमकता वहीं हैं जो,
तराशनेकी हदसे गुज़रता हैं...!

Rare kind of Diamond is made
The God of Everyone...
But Glows the one
Which crosses the Limit of Cutting... !

691 संवर निखर शौक आईना शायरी


691

Aayina, Mirror

वैसे तो संवरनेका शौक,
हमे नहीं था मगर...
आप सामने बैठे,
आईना बनकर...
तो निखरतें गये हम......

That way I was not fond of
Beatify myself but...
You being in front of me,
Like a Mirror...
I am getting Sparkled.......

692 नायाबसा तराश हद गुज़र चमक हीरा शायरी


692

Wajah, Reason

सब सो गये ख़ुशी ख़ुशी,
अपना हाल-ए-दिल सुनाकर...
काश मेरा भी कोई अपना होता,
जो मुझसे मेरी जागनेकी वजह पूछता...

Everybody slept Happily
Telling their Story of Heart,
Someone would have been mine
Who would asked Reason of Being Awake...

2 November 2016

690 लहरे साहिल समन्दर सोच समझ बेवफा वफ़ा शायरी


690

Wafa, Faithfulness

 जाने क्या सोचकर,
लहरे साहिलसे टकराती हैं,
और फिर समन्दरमें लौट जाती हैं...
समझ नहीं आता के,
साहिलसे बेवफाई करती हैं,
या फिर लौटकर समन्दरसे,
वफ़ा निभाती हैं...

Who knows the Thinking of
Waves strikes the Shore
And Returns to Sea...
Do not Understand
Its Infidelity with Shore
Or on return Faithfulness
With the Sea...


688 जिंदगी गिनती शायर शायरी


688

Shayar, Poet

जिंदगीमें अगर,
तुम ना होते...
तो आज शायरोंकी गिनतीमें
हम ना होते...
In the Life if
You were not there...
In the count of Poets
I would not have been there...

689 आँख आँसू रोना खोना डर शायरी


689

Darr, Fear

काश तू मेरी आँखोंका,
आँसू बन जाये...
तो मैं रोना छोड़ दूँ,
तुझे खोनेके डरसे...

I wish You become
Tear of my Eyes...
I will stop Crying,
In the Fear of Loosing You...

687 खुश बगैर कागज़ कलम आँसू शायरी


687

Ansoo, Tear

लिखना तो ये था...
खुश हूँ तेरे बगैर भी,
पर कलमसे पहले...
आँसू कागज़पर गिर गया......

Wish to Write That...
I am Happy without You,
But before writting...
Tear fall on the Paper.......

686 दोस्ती भीड़ जमीन भूल दोस्त शायरी


686

Dost, Friends

खुदाने कहाँ दोस्ती ना कर,
दोस्तोंकी भीड़में तू खो जायेगा l
मैने कहाँ एक बार जमीनपर आकर,
मेरे दोस्तोंसे तो मिल...
तू ऊपर जाना भूल जाय गा...ll
God advised not to make Friendship,
You will be Lost in the Rush of Friends,
I said Once arrive on the Land,
See my Friends...
You will forget to return back.......

31 October 2016

685 मुस्कुरा नजर मोहब्बत जमाने आँख शायरी


685

Aankh, Sight

कभी इतना भी मत मुस्कुराना,
नजर लग जाए जमानेकी...
हर आँख मेरी तरह,
मोहब्बत भरी नहीं होती...!!!
Never Smile in such a Way
That it becomes Eye Catching for Society,
Not every Sight like me
Is Full of Affection...!!!

683 फासले ऐतराज़ भुला अंदाज़ शायरी


683

Andaz, Spirit

फासले और बनालो...
ऐतराज़ हमने कब किया,
तुम भी ना भुला सकोगे मुझको...
वो अंदाज़ हूँ मैं . . .
Make all the Distances...
I never took Objection,
You will never forget me...
I am that Spirit . . .

684 इंतज़ार यार दिये रात गली ख़बर शायरी


684

Khabar, News

इंतज़ार--यारकी,
यूँ हो गयी सबको ख़बर...
रातभर मेरी गलीके
सब दिये जलते हें......
Waitting for my Love
In the way News was Spread...
Whole night in the Lane
All Lights were Glowing.......

682 दोस्ती शुक्रिया भूल सिख दुआ अदा पल याद शायरी


682

Shukriya, Thanks

दोस्तीका शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करू,
खुदाने बस इतना सिखाया मूझे,
कि खुदसे पहले आपके लिए दुआ करू !

How to pay Thanks of Friendship,
Though you forget I will remember every Moment,
God has taught me this much,
That I shall Pray for you before me !

681 गुमनामी पनाह बदनाम नाम चाहत दोस्त शायरी


681

Gumnami, Anonymity

गुमनामीका नाम ही,
चाहत हैं मेरे दोस्त,
पनाह मिलतेही चाहत,
बदनाम हो जाती हैं
Wanting is the name of
Anonymity is my Friend,
On getting Shelter
It becomes Infamous.

28 October 2016

680 चाहत सिला शिकवे दरकिनार मुस्कुरा शायरी


680

Shikawa, Complaint

हमारी चाहतोंका,
कुछ यूँ सिला दीजिये...
शिकवे दरकिनार कर,
मुस्कुरा लीजिये l
Of my Wanting
Give some Response,
Ignoring Complaints,
Just Give me a Smile.

679 मोहब्बत कदर छलका लब्ज शायरी


679

Labz, Lips

इस कदर छलकाओ,
इन लब्जोंको,
कहीं हमे आपसे,
मोहब्बत हो बैठे।
Do not Spill over this lips,
That I should not fall in Love with you.

678 रंग सच दोस्त जमाना फिदा कंबख्त अदा शायरी


678

Rang, Colours

रंगोंका क्या कहें मेरे दोस्त,
सच तो यहीं हैं की हर रंग,
अपनी एक एक अदा दिखाता हैं,
इन्ही अदाओंपे कंबख्त,
जमाना फिदा होता हैं ।
What to say about Colours,
The Truth is that every Colour
Shows its own Shades,
Damned on its Shades,
World is Crazy about .

677 जमाना खराब छोड इन्सान पहचान कोशिश पर्दे नकाब गुनाह जरुरत हिसाब शायरी


677

Parda, Mask

तू छोड दे कोशिशें,
इन्सानोंको पहचाननेकी,
यहॉं जरुरतोंके हिसाबसे
सब नकाब बदलते हैं,
अपने गुनाहोंपर सौ पर्दे,
डालकर हर ख्स कहता हैं...
"जमाना बडा खराब हैं "
Leave the Efforts
To Recognize the Person,
As per the need here,
All changes Mask;
Hiding the Sins under Drapers
Everybody says...
"The World is Bad"

676 आसमान जमीन अंदाज जुदाई बिछड़ प्यास आँसू समंदर शायरी


676

Pyas, Thirst

आसमानवाले जमीनपर उतरकर देख,
होती हैं क़्या जुदाई, तू भी बिछड़कर देख...
हमारी प्यासका अंदाज भी अलग हैं दोस्तो,
कभी समंदरको ठुकरा देते हैं. . .
तो कभी आँसू तक पी जाते है. . .

Oh God, land on the Ground and see,
Experience the Separation !
The seance of my Thirst is different my Friend,
Sometimes I reject the the Ocean. . .
Sometimes drink own Tears. . .

27 October 2016

674 मोहब्बत हसरत नसीब शायरी


674

Naseeb, Luck

हो जा मेरी;
कि इतनी मोहब्बत दूंगा तुझे,
लोग हसरत करेंगे...
तेरे जैसा नसीब पानेके लिए !

You become Mine;
That I will Love you so much,
People will Pray for...
Gaining Luck like you !

675 बिल्कुल जरुरी बात समझ आरज़ू शायरी


675

Aarzoo, Wish

ये जरुरी नहीं था बिल्कुल भी कि,
तू मेरी हर बातको समझे...
आरज़ू बस इतनी थी कि तू...
मुझे बस अपना समझे ... !
It was not Necessary
At all That
You Understand my everything...
Wish was that only that You...
Just consider me as Yours ... !

673 प्यार दिल ज़माने तन्हाई रुसवाई जुदाई डर उमंग शायरी


673

Umang, Desire

ज़मानेसे नहीं, तन्हाईसे डरते हैं,
प्यारसे नहीं, रुसवाईसे डरते हैं,
मिलनेकी उमंग हैं दिलमें लेकिन,
मिलनेके बाद, तेरी जुदाईसे डरते हैं...

Not with the Society, Afraid of of Loneliness,
Not with the love, Afraid of Disgracefulness,
Desire of meeting is in the heart but,
Afraid of Separation after meeting...

672 अपनापन लोग बात शायरी


672

Apanapan, Affinity

अपनापन छलके,
जिनकी बातोंमें...!
सिर्फ कुछ लोग ही होते हैं,
ऐसे लाखोंमें...!!!
Affinity spills
In the Talks of whom...!
Only few are there
In Lakhs of People...!!!

671 ख़ुशी खुश नज़र तकदीर तस्वीर शायरी


671

Khushi, Happiness

ख़ुशी तकदीरोमें होनी चाहिए,
तस्वीरोमें तो,
हर कोई खुश नज़र आता हैं...
Happiness should be in the Fate,
In the Photographs,
Everybody looks Happy...

26 October 2016

669 शाखा पनाह हवा बख्श पत्ता आवारा शायरी


669

Aawara, Vagrant

ना शाखाओने पनाह दी,
ओर ना हवाओ ने बख्शा...
पत्ता आवारा ना बनता,
तो फिर क्या करता...!

Neither Branches gave Shelter
Nor Wind Spared...
Leaf doesn't become Vagrant
Then what else would have become .

670 खुशमिजाज मशहूर सादगी कमाल शरारत इंतेहा बेमिसाल तन्हा शायरी


670

Tanha, Lonely

खुशमिजाजी मशहूर थी हमारी,
सादगी भी कमालकी थी,
हम शरारती भी इंतेहा के थे,
अब तन्हा भी बेमिसाल हैं...!

I was famous for my Cheerfulness,
Simplicity was also to the Extent,
My Naughtiness was also at the Peak,
Now mine Loneliness is also Surpassing...!

667 सोने रात नींद शिकवा कसूर खयाल शायरी


667

Shikawa, Complaint

नींदसे क्या शिकवा......
जो आती नहीं रातभर,
कसूर तो उस खयालका हैं,
जो सोने नहीं देता......
Why to Complaint Sleep......
Which never comes in the Night,
The Thought is of that Fault,
Which Doesn't allow to Sleep......

668 ज़िन्दगी मोहब्बत इन्सान चाह भुला बेवफ़ा शायरी


668

Bewafa, Treacherous

किसीको इतना भी चाहो,
कि भुला सको;
क्योंकि,
ज़िन्दगी, इन्सान और मोहब्बत,
तीनों बेवफ़ा हैं !

Not to Love anyone,
That you will not Forget,
Because
Life, Human and Love,
Three are Treacherous !

665 इंसान मुंह सच सामने रंग शायरी


665

Rang, Colour

"कौन कहता हैं कि
इंसान रंग नहीं बदलता हैं...
किसीके मुंहपर एक सच बोल कर तो देखिये...
एक नया ही रंग सामने आएगा..."

"Who says that
People doesn't Change Colours...
Try telling Truth on somebodies Face...
One Different Colour will appear..."